छठा दिन आज मां कात्यायनी को समार्पित है जानें मंत्र व पूजा विधि

आज यानी 20 अक्टूबर दिन शुक्रवार को शारदीय नवरात्रि का छठा दिन है जो कि मां दुर्गा के छठे स्वरूप को समर्पित है इस दिन भक्त देवी मां कात्यायनी की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से देवी की कृपा बरसती है।

शास्त्र अनुसार अगर नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की विधिवत पूजा की जाए तो विवाह में आने वाली हर बाधा दूर हो जाती है और मनचाहे वर की भी इच्छा पूरी होती है तो ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा नवरात्रि के छठे दिन मां कत्यायनी की पूजा विधि व अन्य जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
मां कात्यायनी की पूजा विधि—
आपको बता दें कि शारदीय नवरात्रि के छठे दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर कलश पूजा करें और फिर माता के कात्यायनी स्वरूप की पूजा आरंभ करें। माता का स्मरण करते हुए हाथ में पुष्प लेकर संकल्प करें। इसके बाद उस पुष्प को देवी को अर्पित करें। फिर कुमकुम, अक्षत, पुष्प और सोलह श्रृंगार की सामग्री देवी को चढ़ाएं इसके बाद भोग लगाएं फिर जल अर्पित करके घी का दीपक जलाकर माता की विधिवत आरती करें अंत में भूल चूक के लिए क्षमा जरूर मांगे। मान्यता है कि नवरात्रि के छठे दिन अगर इस विधि से देवी की साधना की जाए तो माात का आशीर्वाद मिलता है।
मां कात्यायनी पूजा मंत्र—
1.या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
2.चंद्र हासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना|
कात्यायनी शुभंदद्या देवी दानवघातिनि||