विकास शुल्क कम होने के बाद अब औद्योगिक क्षेत्र का होगा विस्तार

भोपाल: करीब 60 लाख रुपए की लागत से जंबार-बागरी के 84 हेक्टेयर में आठ साल पहले बनकर तैयार औद्योगिक क्षेत्र का विकास वहां के प्लॉट का विकास शुल्क बहुत ज्यादा होने से जाम पड़ा था. लेकिन शासन ने इस पर फैसला लिया और विकास शुल्क आधे से भी कम कर दिया, इसके बाद से लगातार यहां प्लॉट की मांग बढ़ी है और कुछ उद्योगों के काम भी शुरू हो गए हैं. छोटे प्लॉट के लिए सड़कों के निर्माण की प्रक्रिया भी यहां शुरू हो गई है.
उम्मीद है कि अगले दो साल में जंबार बागरी औद्योगिक क्षेत्र की तस्वीर बदल जाएगी. जिला मुख्यालय से 8 किमी दूर जंबार-बागरी की पहाड़ी पर सरकार ने 14 में नए औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने की तैयारी शुरू हुई थी, यह क्षेत्र 16 में बनकर तैयार हो गया. लेकिन विकास शुल्क की भारी भरकम राशि के कारण यहां उद्योगों की स्थापना के लिए लोग आगे नहीं आए और यहां का विकास जाम सा हो गया. इसके बाद के इस मुददे पर कई बार शासन का ध्यान आकर्षित कराया और फिर औद्योगिक विकास निगम भोपाल ने यहां के प्लॉट के रेट कम करने के आदेश जारी किए थे.
निगम ने विदिशा जिले के जंबार-बागरी औद्योेगिक क्षेत्र के प्लॉट के दाम 1072 रुपए प्रति वर्गमीटर से घटाकर 473 रुपए प्रति वर्ग मीटर करने के आदेश जारी किए. इसके बाद यहां उद्योगपतियों के आने का सिलसिला शुरू हुआ था. हालांकि अभी यहां 7-8 उद्योगों का ही काम शुरू हो सका है, लेकिन अधिकांश प्लॉट बुक हो चुके हैं.

जंबार-बागरी औद्योगिक क्षेत्र में 450, 1300 तथा 2800 वर्ग मीटर के प्लॉट विभिन्न तरह के उद्योगों के लिए अलग-अलग सेक्टर में आरक्षित किए गए हैं. लेकिन पांच हजार वर्ग फीट के छोटे प्लॉटों की मांग अधिक होने के कारण अब वहां सड़क निर्माण का काम शुरू किया जा रहा है. हर सेक्टर के साथ ही ट्रकों की पार्किंग, सड़कें, लाइट आदि की व्यवस्था मुहैया कराई गई है.