आठ घण्टे बाद लगने वाला है साल का आखिरी चंद्र ग्रहण
ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म और ज्योतिषशास्त्र में ग्रहण काल को अशुभ घटना माना गया है जो ईश्वर पर संकट का समय होता है ऐसे में इस दौरान कई सारी बातों का ध्यान रखा जाता है। इस साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण आज यानी 28 अक्टूबर दिन शनिवार को लगने जा रहा है इसी दिन शरद पूर्णिमा का पर्व भी मनाया जा रहा है जो कि माता लक्ष्मी की साधना को समर्पित होता है।
शरद पूर्णिमा पर लगने वाला चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात 1 बजकर 5 मिनट से आरंभ हो जाएगा और समापन 2 बजकर 24 मिनट पर होगा। ज्योतिष अनुसार ग्रहण लगने से नौ घंटे पहले इसका सूतक काल आरंभ हो जाता है इस साल लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा।
ऐसे में इसका सूतक काल भी मान्य होगा। जो कि 4 बजकर 5 मिनट से आरंभ हो चुका है और ग्रहण के समाप्त होते हैं सूतक काल भी खत्म हो जाएगा। ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कि इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
ग्रहण काल में बरतें ये सावधानी—
ज्योतिष अनुसार सूतक काल और ग्रहण काल में किसी भी तरह का शुभ, मांगलिक व पूजा पाठ जैसे कार्यों को नहीं करना चाहिए इनकी मनाही होती है इस दौरान गर्भवती महिलाओं को खास सावधानी बरतनी चाहिए। गर्भवती महिलाएं भूलकर भी ग्रहण ना देखें। ग्रहण समाप्त होने के बाद दान पुण्य, स्नान और अपने ईष्ट देव के मंत्रों का जाप जरूर करें ऐसा करने से ग्रहण के अशुभ प्रभाव दूर रहते हैं और देवी देवताओं का भी आशीर्वाद मिलता है।
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