
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को कहा कि उसने हरियाणा के पंचकुला में कथित अवैध खनन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कई स्थानों पर छापेमारी के बाद 2.12 करोड़ रुपये की “बेहिसाब” नकदी और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं।

मंगलवार को हरियाणा, चंडीगढ़ और झारखंड में आठ स्थानों पर तिरुपति रोडवेज, गुरप्रीत सिंह सभरवाल, लखमीर सिंह सभरवाल, प्रदीप गोयल, मोहित गोयल और अन्य के परिसरों पर तलाशी शुरू की गई।
मनी लॉन्ड्रिंग का ईडी मामला रत्तेवाली गांव (पंचकूला) में “अवैध” खनन के मामले में पंचकुला में हरियाणा पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर से जुड़ा है, जहां हरियाणा सरकार को कम से कम 35 करोड़ रुपये के राजस्व का “नुकसान” हुआ है। रेत, बजरी, बोल्डर और अन्य गौण खनिजों के अत्यधिक खनन से।
एजेंसी ने एक बयान में कहा, तिरूपति रोडवेज ने रत्तेवाली में “अवैध” खनन किया और इस गतिविधि के माध्यम से उत्पन्न अपराध की आय को बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नकद जमा के माध्यम से “स्तरित” किया गया और बाद में अचल और चल संपत्तियों में निवेश किया गया। इसमें कहा गया है कि तलाशी के दौरान डिजिटल उपकरण, अचल और चल संपत्तियों से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज, बैंक लॉकर और 2.12 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई।