
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अगले सत्र के लिए 80 हजार अंग्रेजी मीडियम नई बुक्स प्रिंट करने जा रहा है। निजी स्कूलों की तर्ज पर अब हिमाचल प्रदेश के 10,300 प्राइमरी स्कूलों के छात्र अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करेंगे। सरकारी घोषणा के बाद शिक्षा विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। इसके लिए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड 80 हजार नई बुक्स प्रिंट करने जा रहा है। प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डा. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि विभाग के निर्देश पर बोर्ड इस दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 में पहली और दूसरी में ही अंग्रेजी माध्यम शुरू किया जाएगा, जबकि 2025-26 से दो और कक्षाएं इसमें शामिल की जाएंगी।

हिंदी व अंग्रेजी में कुछ बदलाव नहीं होगा। गणित को इंग्लिश मीडियम में ही पढ़ाया जाएगा। इसके अलावा अध्यापकों को इंग्लिश मीडियम के लिए अलग से ट्रेनिंग भी दी जाएगी। सरकारी स्कूलों में छात्रों की घटती संख्या के पीछे यह तर्क दिया जाता है कि निजी स्कूलों में ज्यादा दाखिले अंग्रेजी मीडियम की वजह से ही होते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति संकाय (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) कौशल पर जोर दिया गया है। इसको देखते हुए सभी सरकारी स्कूल 2024-25 से पहली और दूसरी कक्षा से अंग्रेजी में पढ़ाना शुरू करेंगे। अभी पहली कक्षा में सिर्फ हिंदी, अंग्रेजी और गणित की तीन किताबें हैं। अंग्रेजी की हालांकि दो किताबें हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह गारंटी दी थी कि हर विधानसभा क्षेत्र में चार-चार अंग्रेजी मीडियम स्कूल खुलेंगे। अब राज्य सरकार सभी प्राइमरी स्कूलों को इंग्लिश मीडियम में बदलने जा रही है। इस पहल से सरकारी प्राइमरी स्कूलों में छात्रों की संख्या में भी बढोतरी होने के आसार बनेंगे।