मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कद का भाजपा में नेता नहीं घबराई भाजपा षडयंत्र कर रही

रायपुर। बीते दिवस पूर्व सूचना आयुक्त एवं आई.ए.एस.श्री हीरा लाल त्रिवेदी रीवा पहुंचे। त्रिवेदी महामृत्युंजय जी के दर्शन पश्चात रीवा में 11 महीनों से चल रहे बिजली आन्दोलन स्थल में सुरेश शुक्ला, अरविन्द मिश्रा, इंजी.संजय सिंह, हिमांशु शुक्ला आदि सैकड़ों लोगों के साथ पहुंचे। श्री त्रिवेदी जी ने कहा कि हमें खुशी है कि आज भी विजय मिश्रा जी जैसे लोग हैं जो केवल जनता की लड़ाई लड़ते रहते हैं। इसमें उनका कोई स्वार्थ नहीं रहता। श्री त्रिवेदी ने आगे कहा कि विजय मिश्रा जी का 408 दिनों का न्यायालय स्थानांतरण के विरोध में किया गया धरना प्रशासन के पास लंबित है। प्रशासन इस बात से चिंतित है कि न्यायालय स्थानांतरण के बाद रीवा के अधिवक्ताओं को क्या सौगात दी जाए कि अधिवक्ता खुश हो जाएं। दुख है कि रीवा के प्रतिनिधियों ने इस पर कोई पहल नहीं की। इसके अलावा विजय मिश्रा द्वारा अधिवक्ताओं के मुद्दों पर रीवा से भोपाल मुख्यमंत्री निवास तक कि गई पदयात्रा के मुद्दे भी लंबित हैं। जिन पर थोड़ा प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद अधिवक्ताओं की लंबित मांगों एवं बिजली बिलों में दोषी कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज हो इसके प्रयास किए जाएंगे। इसके बाद श्री त्रिवेदी पत्रकारों को संबोधित कर सतना चले गए।

धरना स्थल में उपस्थित सुरेश शुक्ला जी ने कहा कि झूठे वादे सभी कर रहे हैं। जनता इनके भ्रमजाल में न फंसे। डॉ तोषण सिंह एकमात्र बिजली मुद्दे पर रीवा विधानसभा में आपके सामने हैं। म.प्र.में विधुत उपभोक्ता बहुत परेशान है। यदि आप लोग डॉ तोषण सिंह जी को मतदान करेंगे तो दो संदेश जाएगा। पहला संदेश यह रहेगा कि ईमानदार व गरीब व्यक्ति जो जनता के वास्तविक मुद्दे की लड़ाई लड़ेगा उसके सामने पैसा नहीं टिकेगा। दूसरा संदेश यह रहेगा कि आम जनता की लड़ाई लड़ने वाले विजय मिश्रा जी जैसे लोगों का हौसला बुलंद होगा।
विदित हो कि सैकड़ों धरना-प्रदर्शन व पदयात्राएं करने वाले एडवोकेट एवं सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा इस बार दुबारा चुनाव अधिसूचना के बीच अनशनरत हैं। पहली बार 2018 में न्यायालय स्थानांतरण मुद्दे में अनशनरत थे। इस बार 07 दिसंबर 2022 से बिजली आन्दोलन शुरू हुआ था। विजय मिश्रा द्वारा उपभोक्ताओं के 24 प्रकरण विधुत विभाग एवं शासन-प्रशासन को देकर यह पूंछा है कि क्या ये बिल विधुत अधिनियम के अंतर्गत आते हैं यदि नहीं आते हैं तो इन फर्जी बलों को जारी करने वाले दोषी कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कराई जाए। विजय मिश्रा के अनुसार विधुत विभाग की लूट तभी बंद हो सकती है जब दोषी कर्मचारीयों पर एफआईआर का भय रहेगा। वर्तमान समय में मनमानी रीडिंग, मनमाना एवरेज बिल, मनमाना भार बढ़ा कर उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है। गुरुवार को अनशन के 337 वें दिन कमिश्नर कार्यालय रीवा के सामने धरना स्थल में समाज सेवी विष्णु कांत विश्वकर्मा, राजेश चतुर्वेदी, एड०सरस्वतीनंदन मिश्रा, एड०कुलदीप सिंह, दुर्गेश तिवारी, हरवंश प्रसाद शर्मा, राजकुमार सिंह, एड०मिथलेश यादव, प्रथम आमलीय, नीतू जायसवाल, अमित विश्वकर्मा, अनंत मिश्रा, एड०भारद्वाज पटेल, हारुन अंसारी, ब्रजगोपाल मिश्रा, राजकुमार सिंह आदि लोग उपस्थित हुए।