अभ्यर्थियों को बीपीएससी का नोटिस

गया: बिहार लोक सेवा आयोग ने विद्यालय अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा (शिक्षक भर्ती) की चयन प्रक्रिया और परीक्षाफल पर बिना किसी साक्ष्य के प्रश्नचिह्न लगाने वाले अभ्यर्थियों को नोटिस जारी किया है.
इनकी तस्वीर, रोल नंबर के साथ उनके द्वारा लगाये गये आरोप को आयोग ने वेबसाइट पर सार्वजिनक किया है. साथ में इन सभी अभ्यर्थियों को एक सप्ताह का समय दिया है.
एक सप्ताह में सभी अभ्यर्थियों को ईमेल या डाक के माध्यम से अपना स्पष्टीकरण आयोग को देना है. अगर एक सप्ताह के अंदर अपना स्पष्टीकरण आयोग को नहीं भेजते हैं तो आयोग द्वारा इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. आयोग इन्हें आगामी परीक्षाओं में शामिल करने से वंचित करेगा. स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होने की स्थिति में माना जाएगा कि इस संबंध में अभ्यर्थी को कुछ नहीं कहना है और फिर आयोग विधि सम्मत कार्रवाई करने को स्वतंत्र होगा. आयोग के परीक्षा नियंत्रक के अनुसार बिहार लोक सेवा आयोग एक संवैधानिक संस्था है और अध्यक्ष का पद संवैधानिक पद है. जिसके हवाले से कोई भी सूचना सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बिना उनके पूर्व अनुमति के देना इंडियन पैनल कोट एक्ट-1860, इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट-2000 तथा वायलेशन ऑफ कॉपी राइट एक्ट-1957 में एक दंडनीय अपराध है.

आरोप आयोग को सेट्रेलाइज धांधली का अड्डा बताया. अध्यक्ष पर धांधली व ओएमआर सीट आयोग में रंगवाने एवं चयन प्रक्रिया करने का आरोप लगाया है.
2.सतीश कुमार, रोल नंबर – 826001
आरोप आयोग के ऊपर सेट्रेलाइन धांधली का आरोप लगाया है. साथ में अध्यक्ष पर ओएमआर सीट रंगने और चयन प्रक्रिया करने का आरोप लगाया है.
3.सुरेश कुमार, रोल नंबर -880250
आरोप एसटीईटी प्रमाण पत्र की जगह गाय घास का फोटो भी आयोग द्वारा सत्यापित कर देने की टिप्पणी.
4.सिंकदर कुमार, रोल नंबर – 829470
आरोप अघ्यक्ष पर सरकार का डर न होने एवं संविधान एवं विज्ञापन के खिलाफ काम करपे का आरोप.
5.वीरधनजंय कुमार, रोल नंबर – 831559
आरोप परीक्षाफल में पारदर्शिता नहीं होने का आरोप आयोग पर लगाया.
6.अबूजर रहमानी, रोल नंबर – 313227
आरोप बिना किसी अनुमति के अध्यक्ष के हवाले से लिखा उम्मीदवार नहीं मिलने पर कटऑफ मार्क्स कम करके बहाली लेंगे.
पूर्व में कई अभ्यर्थियों के खिलाफ हुई है कार्रवाई
सोशल मीडिया खासकर यूट्यूब चैनल के माध्मय से लगातार अभ्यर्थियों की ओर से आयोग पर आरोप लगाये जा रहे हैं. इससे पहले भी बिहार लोक सेवा आयोग कई अभ्यर्थियों पर कार्रवाई कर चुका है. इसको लेकर आयोग फिर एक बार अभ्यर्थियों को नोटिस देकर उन्हें आरोप को सत्यापित करने को कहा है.