काछोला सहित 8 पंचायतो को भीलवाड़ा जिले में रखने की मांग को लेकर चौथे दिन क्रमिक भूख हड़ताल जारी

भीलवाड़ा: काछोला का पूरा भूगोल बिगाड़ दिया गया है। डीवाईएसपी कार्यालय कोटडी, उपखंड कार्यालय जहाजपुर, जिला कलेक्टर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय शाहपुरा, सेशन न्यायालय भीलवाड़ा, पंचायत समिति मांडलगढ़, काछोला को छीन्न भिन्न कर दिया गया है जो न्याय संगत नहीं है। यह बात काछोला तहसील पर चल रहे धरने को सम्बाधित करते हुए पूर्व जिला परिषद सदस्य कन्हैयालाल ओस्तवाल ने कही। पूर्व सरपंच कन्हैयालाल ओस्तवाल ने आठो पंचायत को शाहपुरा से भीलवाड़ा जिले में जोड़ने की मांग रखी। और धरने को निरंतर सहयोग देने की घोषणा की तथा इसके लिए हाई कोर्ट की शरण लेने की भी बात कही। इसे पुर्व भीलवाड़ा जिले की माण्डलगढ़ तहसील से अलग कर बनाई गई काछोला तहसील की काछोला, राजगढ़, सरथला, थलकला, जस्सु जी का खेडा, झंझोला, जलिन्द्री, मांगटला पंचायतो को शाहपुरा में मिलाने पर बीते 6 दिनों से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और क्षेत्रवासी क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे है। मांडलगढ़ उप प्रधान बंटी धाकड़, झंझोला सरपंच दुर्गा लाल काबरा, जालिंद्री के पूर्व सरपंच सत्यनारायण तुरकिया, कांग्रेस ईकाई अध्यक्ष जलिंद्री राजेंद्र पुरोहित, भाजपा एससी महुआ मंडल अध्यक्ष मोहनलाल निमोला, भंवर सिंह सोलंकी व्यवस्थापक जीएसएस, बिजोलिया गुर्जर समाज के कोषाध्यक्ष महेंद्र गुर्जर देवसेना ब्लॉक अध्यक्ष छीतर गुर्जर, मांगटला पूर्व सरपंच अर्जुन सिंह, जलिंद्री उपसरपंच महेंद्र सिंह, क्रमिक भूख हड़ताल कर काछोला सहित आठ पंचायत को भीलवाड़ा जिले में शामिल करने की मांग की और शाहपुर जिले में शामिल करने के निर्णय का विरोध जताया और भीलवाड़ा जिला नहीं तो वोट नहीं की बात दोहराई।

जलिंद्री पंचायत के दो दिव्यांगों ने धरना दिया
जिले के बिजोलिया उपखंड से 10 किलोमीटर की दूरी से हटाकर 100 किलोमीटर की दूरी पर शाहपुरा जिले में जोड़ी गई जलिंद्री पंचायत के दो दिव्यांगों सोराज बंजारा नंदलाल सुथार ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि राजनीतिक इच्छापूर्ति के तहत 10 किलोमीटर दूर बिजोलिया उपखंड से उन्हें हटाकर 100 किलोमीटर दूर शाहपुरा जिला मुख्यालय से जोड़ा गया है उनके गांव से तहसील की दूरी 40 किलोमीटर उपखंड की दूरी 60 किलोमीटर हो गई है। ऐसे में कई राजकीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए दर-दर भटकना पड़ेगा।
ये रहे उपस्थित
पुर्व जिला कांग्रेस सचिव श्यामलाल आचार्य, जीएसएस डायरेक्टर नंदलाल शर्मा, वंशप्रदीप सिंह सोलंकी, राजेंद्र सिंह सोलंकी, राजगढ़ सरपंच शिवकुमार गुर्जर, सरथला सरपंच ब्रह्मलाल कंजर, पूर्व सहायक कृषि अधिकारी उमराव सिंह सोलंकी, अमर सिंह सोलंकी, पूर्व सहायक कृषि अधिकारी दुर्गाशंकर आचार्य,महावीर दाधीच, पूर्व कृषि पर्यवेक्षक जगदीश चंद्र स्वर्णकार, सत्यनारायण मीणा, मुकेश पाराशर चैनपुरा, लक्ष्मण मीणा काछोला, दिनेश दाखेड़ा, आनंदीलाल बारेठ, चंद्रा बलाई युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कैलाश धाकड़ महावीर शर्मा, सहित पंचायतों के जनप्रतिनिधि, ग्रामीण उपस्थित थे।