
हमीरपुर। हमीरपुर में मुस्लिम महिला मित्र से निकाह करने के लिए धर्म परिवर्तन करने वाले नायब तहसीलदार को मौदहा से हटाकर कलेक्ट्रेट से संबद्ध कर दिया गया है। अभी तक जांच में निकाह की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने तीन मौलानाओं को गिरफ्तार किया है, जिन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। एडीएम ने अपनी जांच में नायब तहसीलदार को कर्मचारी नियमावली के उल्लंघन का दोषी पाया है।

उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट शासन को भेज दी है। मौदहा में नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता की मुस्लिम महिला से मित्रता हो गई। शादीशुदा होते हुए भी आशीष महिला से निकाह करने की राह पर निकल पड़ा। 24 दिसंबर को धर्म परिवर्तन कर आशीष से मोहम्मद यूसुफ बन गए। तस्वीरें वायरल होने पर हड़कंप मच गया। पत्नी आरती ने आशीष, महिला मित्र और धर्म परिवर्तन कराने वालों समेत 10 के खिलाफ सदर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी।
पुलिस ने नामजद पांच लोगों में मोहम्मद मुश्ताक उर्फ बाबू आढ़ती, कुतुबुद्दीन सिद्दीकी उर्फ मुन्ना को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि देर रात असगर अली को भी धर-दबोचा। उप्र विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम में तीनों को जेल भेज दिया गया। नायब तहसीलदार के विरुद्ध धारा 494 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। एडीएम वित्त एवं राजस्व अरुण मिश्रा ने बताया, नायब तहसीलदार कर्मचारी नियमावली के उल्लंघन के दोषी पाए गए हैं।
इसके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। इन्हें मौदहा से हटाकर कलेक्ट्रेट से संबद्ध किया गया है। एसपी डॉ. दीक्षा शर्मा ने बताया, प्रकरण में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। निकाह हुआ है या नहीं इसकी जांच की जा रही है। नायब तहसीलदार को उसके परिजनों की सुपुर्दगी में दे दिया गया है। जल्द ही एफआईआर में नामजद आशीष की महिला मित्र को भी गिरफ्तार किया जाएगा।