संविधान की 8वीं अनुसूची में ‘मुंडारी’ भाषा को ओडिशा कैबिनेट ने शामिल करने के प्रस्ताव की सिफारिश की

भुवनेश्वर: मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता में आज भुवनेश्वर में लोक सेवा भवन के तीसरी मंजिल के सम्मेलन कक्ष में हुई ओडिशा कैबिनेट की बैठक में संविधान की आठवीं अनुसूची में ‘मुंडारी’ भाषा को शामिल करने के प्रस्ताव की सिफारिश की गई। भारत।

भारत के संविधान की 8वीं अनुसूची में “मुंडारी” भाषा को शामिल करने से ओडिशा की मुंडा और मुंडारी जनजातियों को निम्नलिखित लाभ होंगे: –
मुंडारी भाषा एवं संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन
मुंडारी भाषी लोगों द्वारा अन्य भाषाओं में स्थानांतरित होने की प्रवृत्ति को नियंत्रित किया जाएगा।
साहित्यिक गतिविधि को प्रोत्साहित करना
विभिन्न श्रेणियों की पुस्तकों के प्रकाशन जैसी और अधिक साहित्यिक गतिविधियों को गति मिलेगी
मुंडारी भाषी आबादी के स्वदेशी ज्ञान और प्रथाओं को संरक्षित किया जाएगा
मुंडारी भाषा के संरक्षण और संवर्धन पर आधारित अनुसंधान और अध्ययन के लिए एक नई विंडो खोलें
इस फैसले से छह लाख से अधिक मुंडारी भाषी मूल निवासियों को लाभ होगा.
मुंडारी भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल करने की सिफारिश के कैबिनेट के फैसले का कोई वित्तीय प्रभाव नहीं होगा।