नशे की ओवरडोज ने ली नौवीं कक्षा के आदिवासी छात्र की जान, चारों ओर पसरा मातम

त्रिपुरा | तेजी से फैल रही नशीली दवाओं की समस्या ने अब युवा छात्रों की जान लेना शुरू कर दिया है। ऐसी घटना धूमा चेर्रा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत सुदूर आदिवासी बहुल जामिरचेरा इलाके से सामने आई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जमीरचेर्रा निवासी प्रशांत त्रिपुरा (15) और कैथलचेर्रा होली क्रॉस स्कूल में नौवीं कक्षा का आवासीय छात्र, 20 अक्टूबर को ‘पूजा’ की छुट्टी पर घर लौटा था और ‘पूजा’ उत्सव देखने के लिए बाहर गया था। दोस्तों के साथ। लेकिन वह 23 अक्टूबर तक घर नहीं लौटा और उसके परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों द्वारा उसका पता नहीं लगाया जा सका। 23 अक्टूबर को उसके परिवार वालों ने धूमा चेर्रा पुलिस स्टेशन में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।

सूत्रों ने बताया कि लापता प्रशांत के बड़े जीजा (बड़ी बहन के पति) को पता चला कि प्रशांत अपने दोस्तों के साथ ड्रग्स लेने के लिए जमीरचेरा वन कार्यालय के पीछे गया था, लेकिन चूंकि उसने अधिक मात्रा में सेवन कर लिया था और बेहोश हो गया था, इसलिए उसके दोस्त मौके से भाग गए। प्रशांत के परिवार के सदस्य सूचना देने वाले दोस्त को लेकर वन कार्यालय के पीछे पहुंचे और प्रशांत का निर्जीव शरीर पाया।
शव को पोस्टमार्टम के लिए धूमचेरा अस्पताल ले जाया गया और पुलिस ने मौत के पीछे नशीली दवाओं के रहस्य का पता लगाने के लिए सूचना देने वाले दोस्त से पूछताछ शुरू कर दी है। इतनी कम उम्र में प्रशांत की असामयिक मृत्यु ने पूरे जमीरचेरा क्षेत्र को शोक और शोक में डुबो दिया है, जबकि आदिवासी बहुल पहाड़ी इलाकों में नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ लोगों को सतर्क कर दिया है।
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