
जोधपुर। स्कूल की छुट्टी के बाद पैदल घर लौटते वक्त ट्रेन से कटकर हुई भाई-बहनों की मौत के मामले में जोधपुर नगर निगम ने बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल टाइल्स विक्रेता के पालतू जर्मन शेफर्ड श्वान के हमले से डरे बच्चे रेलवे ट्रेक पर आ रही मालगाड़ी की चपेट में आ गए थे। स्कूल की छुट्टी के बाद पैदल घर लौटते वक्त ट्रेन से कटकर हुई भाई-बहनों की मौत के मामले में जोधपुर नगर निगम ने बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल टाइल्स विक्रेता के पालतू जर्मन शेफर्ड श्वान के हमले से डरे बच्चे रेलवे ट्रेक पर आ रही मालगाड़ी की चपेट में आ गए थे। दरअसल टाइल्स विक्रेता ने गली में अतिक्रमण कर रखा था। मामला प्रकाश में आने के बाद निगम की टीम मंगलवार को मौके पर पहुंची। बता दें कि मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने टाइल्स विक्रेता ओमप्रकाश राठी को गिरफ्तार भी किया था। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही स्कूल से छुट्टी होने के बाद चारों विद्यार्थी रोड के पास गली के अंत में रहने वाले टाइल्स विक्रेता ओमप्रकाश राठी के मकान के सामने पहुंचे।

जहां घर में बंधा जर्मन शेफर्ड भोंकते हुए बच्चों की तरफ भागा। यह देख चारों बच्चे डर गए। श्वान ने एक बच्ची का बैग मुंह में पकड़ लिया। इससे चारों बच्चे इतने डर गए कि वे पास ही रेलवे ट्रैक की तरफ तेजी से भागे। दो मासूम रेलवे लाइन क्रॉस कर गए। मूलत: सोलंकिया तला हाल बनाड़ क्षेत्र में गैस गोदाम के पास नारायण नगर निवासी युवराजसिंह (13) पुत्र मदनसिंह राजपूत व गणेश नगर निवासी अनन्या (11) पुत्री प्रेमसिंह राजपूत लाइन क्रॉस करने लगे तो मालगाड़ी आ गई। और दोनों उसकी चपेट में आ गए। युवराजसिंह सातवीं और अनन्या 5वीं कक्षा में पढ़ते थे। परिजन की तरफ से मकान मालिक व जर्मन शेफर्ड दौड़ाने वाले ओमप्रकाश राठी के खिलाफ अपराधिक मानव वध का मामला दर्ज कराया गया था। एसीपी पीयूष कविया व दीपचंद मौके पर पहुंचे थे और मकान मालिक को हिरासत में लेकर थाने भेज दिया था। आरोपी मकान मालिक ओमप्रकाश राठी मार्बल टाइल्स का विक्रेता है। उसने गली के अंत में बड़ा केबिन अवैध तरीके से रखकर अतिक्रमण कर रखा है। उसके पास भी बाड़ा बना हुआ है, जिनमें टाइल्स रखी गई है। गली में सड़क के दोनों तरफ भी टाइलें रखी हुईं हैं। केबिन व बाड़े की वजह से आवाजाही के लिए छोटी सी जगह बची है।