
लखनऊ : उत्तर प्रदेश ने 2023 में 40 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव आकर्षित किये. इससे राज्य के एक करोड़ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि इन निवेश प्रस्तावों को जमीन पर लागू करने की कोशिशें चल रही हैं. 2024 के शुरुआती महीनों में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के पहले चरण के जरिए 15 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट लॉन्च करने की तैयारी है.
ललितपुर बल्क ड्रग पार्क, उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर, पूर्वांचल औद्योगिक कॉरिडोर और लखनऊ एआई सिटी विकसित करने के प्रयास चल रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी, लॉजिस्टिक्स पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, डेटा सेंटर और टॉय पार्क भी विकसित किए जा रहे हैं।
आईटी कंपनियों, अत्याधुनिक डेटा सेंटर, ग्रेड-ए लचीले कार्यक्षेत्र और तकनीकी प्रयोगशालाओं के लिए अच्छी तरह से डिज़ाइन किए गए ग्रेड-ए प्रमाणित वाणिज्यिक स्थान होंगे।

गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (जीआईडीए) गोरखपुर में प्लास्टिक एवं खिलौना पार्क विकसित कर रहा है।
उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के तहत आने वाले वर्षों में ब्रह्मोस मिसाइल समेत विभिन्न रक्षा उपकरणों का निर्माण किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल औद्योगिक गलियारे की विकास प्रक्रिया वर्ष 2023 में शुरू की गई थी। यह पांच एक्सप्रेसवे के किनारे 5800 हेक्टेयर में फैला है।
बुन्देलखण्ड को विकसित करने के लिए नोएडा की तरह एक और औद्योगिक शहर बनाने और क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने की योजना बनाई गई।
लखनऊ में ई-बस निर्माण संयंत्र की स्थापना एवं विकास की प्रक्रिया चल रही है।
जापान की कंपनी फ़ूजी सिल्वरटेक ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ वर्ष 2023 में एक महत्वपूर्ण निवेश के तहत राज्य में प्लांट स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की है।
उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, हर जिले में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ रही हैं। (एएनआई)