डीएनए टेस्ट में शरीर के किन चीजों का होता है इस्तेमाल

डीएनए टेस्ट : आपने डीएनए परीक्षण के बारे में सुना होगा। खासकर फिल्मों में इसका खूब जिक्र होता है. आज हम जानते हैं कि असल जिंदगी में ऐसा कैसे होता है।

डीएनए मानव शरीर की एक बहुत ही जटिल संरचना है। यह हमें अपने माता-पिता और पूर्वजों से विरासत में मिलता है। हर व्यक्ति का डीएनए कई मायनों में बिल्कुल अलग होता है।
डीएनए का परीक्षण करने के लिए हम मानव रक्त, लार, नाखून, बाल, दांत, हड्डियां, मूत्र और वीर्य को नमूने के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
किसी भी व्यक्ति से डीएनए नमूना लिया जा सकता है जिसके दस्ताने, कपड़े, उपकरण, हथियार, उपकरण, मास्क, टोपी, यौन उत्पीड़न साक्ष्य किट, अंडरगारमेंट्स, कप, बोतलें, सिगरेट बट्स, टूथपिक्स, टूथब्रश, बिस्तर, गंदे कपड़े, टूटे हुए नाखून फेस वाइप्स आदि से
आपको बता दें कि जैविक नमूनों के आधार पर किसी भी बड़े आपराधिक मामले को आसानी से सुलझाया जा सकता है। अपराध स्थल पर पाए गए जैविक नमूने किसी अपराधी की पहचान के लिए सबसे बड़ा सबूत होते हैं।
दरअसल, जब हम किसी चीज को छूते हैं तो हमारी मृत त्वचा कोशिकाएं उससे चिपक जाती हैं। इन नमूनों को निम्न-स्तरीय डीएनए या स्पर्श डीएनए कहा जाता है।
डीएनए प्रक्रिया में मुख्य रूप से छह चरण होते हैं। पहले चरण को निष्कर्षण, दूसरे को परिमाणीकरण, तीसरे को प्रवर्धन, चौथे को पृथक्करण अर्थात प्रवर्धन तथा पांचवें को विश्लेषण एवं व्याख्या कहते हैं।