
Mazgaon : आदिवासी सेंगल अभियान की ओर से सरना धर्म कोड समेत अन्य मांगों को लेकर शनिवार को भारत बंद किया गया. इसको लेकर सेंगल अभियान के कार्यकर्ता जगह-जगह सड़क जाम कर बंद को सफल बनाने में लगे हुए हैं. बेनीसागर- हाटगम्हारिया स्टेट हाईवे सड़क मझगांव के पडसा चौक, मिनी होटल चौक, कुमारडुंगी के अंधारी चौक समेत अन्य जगहों पर सड़क जाम कर दिया गया है. बंद के कारण जगह-जगह यात्री बसों को रोक दिया गया है. इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

बंद की ज्यादा जानकारी नहीं होने के कारण लोग घर से निकल चुके थे. साल के अंतिम दिनों में लोग घूमने फिरने का प्लान भी करते हैं, लेकिन बंद के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सेंगेल के जिला सचिव वीर सिंह गागराई ने कहा कि सरना धर्म कोड भारत के प्रकृति पूजक लगभग 15 करोड़ आदिवासियों का अस्तित्व पहचान हिस्सेदारी का लाइफ लाइन है. आदिवासियों को उनकी धार्मिक आजादी से वंचित करने के लिए कांग्रेस-बीजेपी दोषी हैं. 1951 की जनगणना तक यह प्रावधान था. इसे बाद में कांग्रेस ने हटा दिया और अब भाजपा जबरन आदिवासियों को वनवासी और हिंदू बनाना चाहती है.
2011 की जनगणना में 50 लाख आदिवासियों ने सरना धर्म लिखाया था, जबकि जैन की संख्या 44 लाख थी. आदिवासियों को मौलिक अधिकार से वंचित करना संवैधानिक अपराध जैसा है. सरना धर्म कोड के बगैर आदिवासियों को जबरन हिंदू, मुसलमान, ईसाई आदि बनाना धार्मिक गुलामी को मजबूर करना है. सरना धर्म कोड की मान्यता मानवता और प्रकृति- पर्यावरण की सुरक्षार्थ भी अनिवार्य है. हालांकि बंद में मेडिकल से संबंधित वाहन को आगमन करने दिया जा रही है. बड़ी संख्या में बंद समर्थक सड़क पर टायर इत्यादि जलाकर मार्ग अवरुद्ध किए हुए थे.
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