
नई दिल्ली: जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाने वाली बुजुर्ग महिला के अंगदान से छह लोगों को नई जिंदगी मिली है। दरअसल, यूपी के बुलंदशहर निवासी 78 वर्षीय बुजुर्ग महिला माया 19 दिसंबर को अपने घर पर सीढ़ियों से गिर गई थी। इसके बाद उन्हें एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उनके मस्तिष्क ने काम करना बंद कर दिया। इस वजह से डॉक्टरों ने 21 दिसंबर को ब्रेन डेड घोषित कर दिया।

महिला के बेटे राकेश कुमार ने बताया कि उनकी मां हमेशा लोगों की मदद करती थी। अक्सर जरूरतमंद लोगों को भोजन और कपड़े तथा अन्य चीजें दान करती रहती थीं। एम्स के अंग प्रत्यारोपण समन्वयकों के समझाने के बाद परिजन अंगदान के लिए राजी हो गए। इसके बाद महिला का लिवर आईएलबीएस अस्पताल में एक मरीज और किडनी एम्स में भर्ती दो मरीजों में प्रत्यारोपित की गई। कॉर्निया एम्स के डॉ. आरपी सेंटर बैंक में सुरक्षित रखवा दी गई।
महिला की त्वचा भी दान हुई, जो अब स्किन बैंक में संरक्षित है। एम्स के बर्न एंड प्लास्टिक सेंटर में स्किन बैंक की स्थापना के बाद यहां तीसरी बार त्वचा दान की गई है। डॉ. मनीष सिंघल ने बताया कि मृतक के दोनों जांघ से त्वचा ली जाती है। त्वचा की सबसे पहले प्रोसेसिंग की जाती है। इस प्रक्रिया में एक सप्ताह का समय लगता है।