अजमेर रोड की 80 बीघा जमीन से जुड़ा हाई प्रोफाइल मामला
एसओजी ने सभी 16 एफआईआर को झूठी और गलत मानते हुए एफआर लगा दी।

जयपुर: अजमेर रोड की 80 बीघा जमीन से जुड़े धोखाधड़ी, कूट रचना, मारपीट आदि के हाई प्रोफाइल मामले में एसओजी ने सभी 16 एफआईआर को झूठी और गलत मानते हुए एफआर लगा दी। अक्टूबर 2022 में ये मामले एक साथ एक ही दिन दिल्ली के मै. राजदरबार इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रालि. ग्रुप पर दर्ज हुए थे। सीएमओ के 28 अक्टूबर के निर्देश पर 11 नवंबर 2022 को सभी एफआईआर जांच के लिए एसओजी भेजी गई थी।

एसओजी की जांच रिपोर्ट के मुताबिक एक ही घटना के संबंध में परिवादी सतीश तोतला ने 6, अनिल जैन ने 9 व किशोर शर्मा ने एक प्रकरण दर्ज कराया। पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर और दबाव देने की भावना से दर्ज कराए। मारपीट जैसे आरोपों पर भी जांच अधिकारी ने मोबाइल लोकेशन आदि साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की लोकेशन जयपुर में होना साबित नहीं पाया। यह क्लोजर रिपोर्ट ढाई माह पहले एसओजी के इंचार्ज बने एडीजीपी अमृत कलश ने भेजी थी, जिनका रिटायरमेंट इसी महीने है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं। मामले में पुलिस मुख्यालय ने रिपोर्ट मांगी है।