बुकी व साथियों के खिलाफ 15 दिन बाद एफआइआर दर्ज

जोधपुर। सदर बाजार थाना पुलिस ने 15 दिन बाद सट्टेबाज और उसके गुर्गों की धमकियों से परेशान ज्वेलर की शिकायत पर क्रिकेट मैच पर सट्टे में लाखों रुपये गंवाने के बाद वसूली के लिए प्राथमिकी दर्ज की. सट्टेबाज और जौहरी समेत तीन लोगों पर जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। एसएचओ और एएसआई को पीड़िता से साढ़े तीन लाख रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया है।पुलिस के अनुसार घोडो का चौक निवासी अमित सोनी की शिकायत पर ज्वैलर्स संदीप सोनी, मनीष सोलंकी और अक्षय के खिलाफ अवैध रंगदारी और रंगदारी के लिए डराने-धमकाने का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधिकारी जांच कर रहे हैं।
जौहरी का आरोप है कि घोडो का चौक में उसकी ज्वैलरी की दुकान है। पिछले साल मई में जौहरी संदीप ने उससे संपर्क कर क्रिकेट सट्टे में पैसा लगाने के लिए उकसाया था। उनकी बातों में आकर अमित ने सट्टेबाज मनीष के माध्यम से ज्वैलर संदीप के साथ पार्टनरशिप में पैसा लगाना शुरू किया। कुछ दिन तो उसे फायदा हुआ था, लेकिन बाद में उसे घाटा होने लगा। उसने 60 लाख रुपए का नुकसान सहते हुए संदीप को 24,02,900 रुपए और सट्टेबाज मनीष को 32,15,000 रुपए दिए। उसने सट्टा लगाना बंद कर दिया था। संदीप ने फिर उसे रुपये जमा करने के लिए उकसाया। फिर उसने फिर सट्टे में पैसा लगाना शुरू कर दिया।पीड़िता का आरोप है कि 11 मार्च को सट्टेबाज मनीष के बुलावे पर वह जालोरी गेट गया था, जहां उसके साथ अक्षय व अन्य युवक भी थे, जहां से उसे अगवा कर कार में अशोक उद्यान ले जाया गया. बकाया राशि के लिए उसे धमकी दी गई थी। आत्महत्या करने पर परिजनों को 7-8 लाख रुपये देने की धमकी दी गई। जिससे वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा।व्यवसायी अमित ने 11 मार्च को पुलिस आयुक्त को शिकायत सौंपी थी। जिसे कार्रवाई के लिए थाने भेज दिया गया था। पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय पीड़िता से पांच लाख रुपये रिश्वत की मांग की। एसीबी ने 21 मार्च को तत्कालीन एसएचओ सुरेश पोटलिया और एएसआई नंदकिशोर को साढ़े तीन लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
