
नरवाना में रेहड़ी-पटरी वालों और स्थानीय निवासियों द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण काफी आम हो गया है। मॉडल टाउन क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित है, जहां हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के प्लॉट आर-79 से आर-82 तक अवैध कब्जा है। सार्वजनिक मार्गों पर भी अवैध रूप से दीवारें खड़ी कर दी गई हैं। स्थानीय प्रशासन और एचएसवीपी को इस मामले को देखना चाहिए और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

अंबाला शहर के सेक्टर 9 और 21 में खाली प्लॉट कूड़ा डंपिंग स्थल बन गए हैं। जाम नालियों के कारण जल जमाव ने इन स्थानों को मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल बना दिया है। समस्या अभी भी अनसुलझी है, जिससे प्लॉट मालिकों पर वित्तीय बोझ बढ़ गया है। एचएसवीपी और नगर निगम के अधिकारियों को समस्या का संज्ञान लेना चाहिए और शहर में उचित कचरा संग्रहण और निपटान सुनिश्चित करना चाहिए।
फ़रीदाबाद के आवासीय क्षेत्रों में स्कूलों के पास सड़कों पर नियमित ट्रैफ़िक जाम यहां के निवासियों और यात्रियों के लिए चिंता का एक प्रमुख कारण बन गया है। स्कूली बसों और वैन की भीड़ के कारण स्कूल खुलने और बंद होने के समय यात्रियों को भारी सड़क जाम से जूझना पड़ता है। इन क्षेत्रों में यातायात अधिकारी तैनात क्यों नहीं किये जाते? यातायात पुलिस विभाग को भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को तैनात करना चाहिए।
क्या कोई नागरिक मुद्दा आपको परेशान कर रहा है? क्या आप चिंता की कमी से परेशान हैं? क्या कोई ऐसी सुखद बात है जिसे आपको उजागर करने की आवश्यकता महसूस होती है? या कोई ऐसी तस्वीर जिसे आपकी राय में सिर्फ आपको ही नहीं बल्कि कई लोगों को देखना चाहिए?