अफसरों की मिलीभगत से मण्डी चबूतरों पर व्यापारियों का कब्जा

बस्ती: तौल आदि के माध्यम से किसानों को बड़ी चोट पहुंचाने वाले नवीन गल्ला मंडी व्यापारियों ने विभागीय अफसरों की मिलीभगत से उनकी सुविधाओं पर भी कब्जा कर रखा है. नवीन गल्ला मंडी स्थित आठ चबूतरों को तो वह गोदाम की तरह वर्षों से इस्तेमाल करते आ रहे हैं. इस एवज में कारोबारी लाखों रुपये प्रतिमाह बतौर किराया मंडी अफसरों को देते हैं. जिसके बावजूद किसान सड़क पर अपनी उपज के ढेर लगाने को विवश होते हैं.
किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाने के लिए शासन ने मंडियों की स्थापना करवाई और उनके संचालन को बाकायदा नियम बनाए. इस दौरान किसानों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा गया. किसानों की उपज रखने के लिए मंडी में विशालकाय चबूतरे बनवाए गए. इसके साथ ही नवीन गल्ला मंडी में फसल बिक्री के लिए बाकायदा एक नियम बना हुआ है. जिसके तहत मण्डी में आई उपज को चबूतरों पर रखा जाएगा. फिर मंडी निरीक्षक आदि जिम्मेदार कर्मचारी आकर उसकी नीलामी कराएंगे. वहीं अंतिम बोली लगाने वाले व्यापारी तय दरों के हिसाब से किसान को भुगतान दे देंगे और उपज उनकी हो जाएगी. बावजूद इसके नवीन गल्ला मंडी में ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है. मंडी में कारोबारियों के गुर्गे किसानों को बातों में उलझाकर उनकी उपज ट्रैक्टर ट्राली से दुकान के पास सड़क पर गिरवाकर ढेर लगवा लेते हैं.
