
नई दिल्ली: समुद्र में कॉमर्शियल जहाजों पर हमले जारी हैं। गुरुवार को भी एक मालवाहक जहाज पर ड्रोन से हमला किया गया जिसके बाद भारतीय नौसेना को एक्शन लेना पड़ा। दरअसल हमले को देखते हुए जहाज ने भारतीय नौसेना के पास इमरजेंसी अलर्ट (SOS) भेजा। अलर्ट मिलते ही नेवी ने दुश्मनों का काल कहे जाने वाले विध्वंसक युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम को बचाव के लिए भेजा। खुद भारतीय नेवी ने इसकी जानकारी दी।

एक बयान में नेवी ने कहा कि भारतीय नौसेना के युद्धपोत ‘आईएनएस विशाखापत्तनम’ ने पोर्ट अदन से 60 समुद्री मील दक्षिण में कॉमर्शियल जहाज पर हुए ड्रोन हमले का जवाब दिया। इस जहाज पर नौ भारतीयों सहित चालक दल के 22 सदस्य थे। मार्शल आइलैंड्स देश के झंडे वाले कॉमर्शियल जहाज ‘एमवी जेनको पिकार्डी’ पर बुधवार रात 11.11 बजे ड्रोन हमला हुआ था।
जहाज से इमरजेंसी अलर्ट मिलते ही भारतीय नौसैनिक युद्धपोत ने रात ही में 12.30 बजे सहायता प्रदान की। इस दौरान किसी भी चालक दल को कोई नुकसान नहीं हुआ। बता दें कि भारतीय नौसेना ने आईएनएस विशाखापत्तनम को समुद्री लुटेरों को खदेड़ने और अन्य बचाव अभियानों के लिए अदन की खाड़ी में तैनात किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि आईएनएस विशाखापत्तनम पर मौजूद नौसेना के ईओडी विशेषज्ञ हमले के शिकार जहाज पर 18 जनवरी 24 की सुबह चढ़े और क्षतिग्रस्त हिस्से जांच के बाद उसे वापस उसके सफर के लिए जाने दिया। इस महीने की शुरुआत में, नौसेना के समुद्री कमांडो ने उत्तरी अरब सागर में एक मालवाहक पर चालक दल के 21 सदस्यों को बचाया था।
#IndianNavy‘s Guided Missile Destroyer #INSVisakhapatnam, mission deployed in #GulfofAden for #antipiracy ops, swiftly responded to 𝙙𝙞𝙨𝙩𝙧𝙚𝙨𝙨 𝙘𝙖𝙡𝙡 by Marshall Island flagged MV #GencoPicardy following a 𝙙𝙧𝙤𝙣𝙚 𝙖𝙩𝙩𝙖𝙘𝙠 at 2311 hrs on #17Jan 24 & intercepted the… pic.twitter.com/FOs5aAxLzV
— SpokespersonNavy (@indiannavy) January 18, 2024