मोबाइल विंग की कार्रवाई से टैक्स माफिया में घबराहट, सैकड़ों निशाने पर

अमृतसर। मोबाइल विंग की टैक्स माफिया के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई के कारण दो नंबर का काम करने वाले व्यापारियों पर घबराहट की स्थिति बनने लगी है। जालंधर में कार्रवाई के बीच जिस प्रकार करोड़ों की टैक्स चोरी करने वाले लोगों का पर्दाफाश करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, उसका असर अमृतसर में भी दिखाई दे रहा है। देखा जा रहा है कि उन लोगों के तार अमृतसर के बड़े टैक्स माफिया के साथ जुड़े हुए हैं। अमृतसर की टीम में सहायक कमिश्नर संदीप गुप्ता के अलावा सीनियर जी.एस.टी. ऑफीसर कुलबीर सिंह, पंडित रमन शर्मा दिन-रात सड़कों पर हैं। इसमें अमृतसर के बस स्टैंड रेलवे स्टेशन के अलावा 25 से अधिक मार्किट में कार्रवाई की जा रही है। वहीं सहायक कमिश्नर संदीप गुप्ता का कहना है कि टैक्स माफिया के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। सर्दियों में कई चीजों की मांग पहले से बढ़ जाती है। वहीं कुछ ऐसे सैक्शन भी हैं, जिनमें प्रोडक्ट की मांग केवल इन्हीं दिनों में ही निकलती है। रूम हीटर, गीजर, माइक्रोवेव आदि सामान की विक्री आम महीनों की अपेक्षा 3 गुणा से अधिक बढ़ जाती है। कई लोग तो पूरे साल की कमाई ही इन 2 महीनों में कर जाते हैं। सूचना के मुताबिक थाना रामबाग के निकट एक बड़ी मार्कीट के बीच इलैक्ट्रिक सामान काफी मात्रा में आ रहा है। यह मार्कीट हाल गेट के अंदर से बाई तरफ रामबाग थाना की तरफ बढ़ती है। इसमें सैकड़ों दुकानें हैं और यहां करोड़ों की सेल प्रतिदिन है।
इस विशालकाय मार्कीट में कई संकरीली गलियां हैं, जहां पर न तो किसी विभाग की गाड़ियां जा सकती है और न ही चैकिंग नहीं हो पा सकती है। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं, जो बिना बिल के माल मंगवाते हैं और धड़ल्ले से बेचते हैं। उधर, बस स्टैंड के निकट रामबाग से शेरा वाला गेट रोड पर भी कई इलैक्ट्रिक सामान के बड़े घर है, जिन पर मोबाइल विंग का फोक्स है। इसी प्रकार इलैक्ट्रॉनिक सामान में बड़ी मात्रा में एल.सी.डी. भी नगर में बिना बिल के आने लगी है। ज्यादातर एल.सी.डी प्राइवेट बसों के माध्यम से आती है, क्योंकि इसे पैक करके वाया ट्रांसपोर्ट लाना काफी मुश्किल है। 90 प्रतिशत त्यौहार सर्दियों के दिनों में ही होते हैं के दिनों में परंपरा के मुताबिक अधिकतर लोग एक-दूसरे को गिफ्ट देते हैं। इसी कारण गिफ्ट आइटम की आमद दिवाली के दिनों में चरम सीमा पर पहुंच जाती है। इसके उपरांत मार्च महीने तक जारी रहती है। गिफ्ट आइटम अधिकतर वजूद और आकार में बड़ी होती है और दिल्ली से अमृतसर बड़ी मात्रा में यह बिना बिल आती है। इनमें अधिकतर सजावट के लिए आने वाला सामान चाइना का होता है, जिसका बिल पीछे से ही नहीं आता। करोड़ों का गिफ्ट आइटम का माल महानगर के अंदर और इसके निकटवर्ती इलाकों में खपत हो जाता है। कई ट्रांसपोर्टरों और बसों वाले इन दिनों में गिफ्ट आइटम की ढुलाई करके अच्छी खासी ‘चांदी’ कूटते हैं । गर्म कपड़े, कंबल, शॉल, जैकेट, बूट आदि का भरपूर सीजन इन्हीं दिनों में लगता है। फरवरी के महीने में माल की निकासी के लिए लोगों ईद चौपाई से लेकर पौने दाम पर सेल भी लगाते हैं। वहीं इस बार टैक्सेशन विभाग ने भी अपनी पूरी तैयारी कर रखी है।
