
नैनीताल: गन्ना कोल्हूओं में गन्ने के दाम 400 रुपये प्रति कुंतल तक पहुंच गए हैं. इससे उत्साहित किसानों को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही गन्ने के उचित दाम घोषित करेगी. मिलों में गन्ने की आपूर्ति काफी घटने से मिल प्रबंधकों की चिंता बढ़ती जा रही है.
पिछले तीन माह से क्षेत्र में गन्ने की पेराई चल रही है. शुरुआत में कोल्हूओं में गन्ने के दाम 300 रुपये प्रति कुंतल से कम ही थे. इसके चलते किसानों ने शुरुआती सीजन में मिल में गन्ने की ज्यादा सप्लाई की. इसके बाद कोल्हूओं में दाम बढ़ने शुरू हुए जो कि अब 400 रुपये प्रति कुंतल तक पहुंच गए हैं. किसान सहीपाल सिंह, सोमपाल, सतीश, फौजी, सतपाल सिंह, अर्पित आदि का कहना है कि कोल्हूओं में गन्ने के अच्छे दाम मिल रहे हैं. मिल में गन्ने के दाम 350 रुपये प्रति कुंतल के लगभग है. झबरेड़ा के कई गन्ना कोल्हूओं में गन्ने के दाम 400 रुपये प्रति कुंतल तक पहुंच गए हैं. इसके चलते कोल्हूओं में गन्ना बेचकर ज्यादा मुनाफा मिल रहा है. उनका कहना है कि इस बार आपदा में गन्ने की फसल को काफी नुकसान हुआ है. सरकार को गन्ने का दाम कोल्हू से ज्यादा घोषित करना चाहिए ताकि किसानों को राहत मिल सके.

लिब्बरहेड़ी मिल की पेराई क्षमता बढाकर अस्सी हजार कुंतल प्रति दिन है. इस बार नवम्बर में अधिकतम पेराई 72 हजार कुंतल प्रतिदिन तक रही है. जो अब 35 हजार कुंतल प्रति दिन तक पहुंच गई है. -अनिल सिंह, केन जीएम
इकबालपुर मिल की पेराई क्षमता पचास हजार कुंटल प्रति दिन है. मिल ने नवम्बर में अधिकतम 42 हजार कुंतल प्रतिदिन गन्ने की पेराई की है. वर्तमान में नो केन की स्थित आ गई है.
-नरेश पाल, मिल महाप्रबंधक