अमित शाह ने पैतृक गांव में कुसमबा अन्न क्षेत्र में खाना खाया

गुजरात। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने पैतृक गांव मानसा (गुजरात) में स्वर्गीय माता की स्मृति में चलाये जा रहे ‘कुसमबा अन्न क्षेत्र’ में लोगों के साथ समय व्यतीत किया व भोजन किया। इस अन्न क्षेत्र के माध्यम से हर दिन जरूरतमंद लोगों को निशुल्क भोजन कराया जाता है। शाह ने मानसा में अपनी मां की स्मृति में संचालित ‘कुसुम बा अन्न क्षेत्र’ में स्थानीय लोगों के साथ दोपहर के भोजन का लुत्फ भी उठाया।

मेरे पैतृक गांव मानसा (गुजरात) में मेरी स्वर्गीय माता जी की स्मृति में चलाये जा रहे ‘कुसमबा अन्न क्षेत्र’ में लोगों के साथ समय व्यतीत किया व भोजन किया। इस अन्न क्षेत्र के माध्यम से हर दिन जरूरतमंद लोगों को निशुल्क भोजन कराया जाता है।
મારા વતન માણસા (ગુજરાત) ખાતે મારા સ્વર્ગીય… pic.twitter.com/JpFQ4Gf1j1
— Amit Shah (@AmitShah) October 24, 2023
कलोल में नैनो डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट तरल) विनिर्माण संयंत्र के बारे में इफको ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुसार, इफको नैनो डीएपी (तरल) की शुरुआत हुई। ये परियोजना भारत के कृषि उद्योग को मौलिक रूप से बदल देगी। इससे किसानों के जीवन में समृद्धि आएगी। उर्वरक उत्पादन में आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा मिलेगा। बयान के अनुसार, फरवरी 2021 में मोदी ने नैनो यूरिया के उत्पादन को मंजूरी दी। 2023 तक देश में लगभग 17 करोड़ नैनो यूरिया बोतलों के उत्पादन के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा विकसित हो गया। अगस्त 2021 में नैनो यूरिया बनाने की शुरुआत हुई। मार्च 2023 तक लगभग 6.3 करोड़ बोतलों का उत्पादन हुआ।
Correction: Union Home Minister Amit Shah had lunch at the ‘Kusumba Anna Kshetra’ today, which is run in memory of his mother, in Mansa village, Gujarat. pic.twitter.com/NyahbQx42L
— ANI (@ANI) October 24, 2023