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ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बहुत ही खास माना गया है जो कि हर माह में एक बार आती है पंचांग के अनुसार अभी मार्गशीर्ष मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को मार्गशीर्ष अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है। इस माह की अमावस्या 12 दिसंबर दिन मंगलवार को पड़ रही है यही कारण है कि इसे भौमवती अमावस्या के नाम से भी जाना जा रहा है।
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इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ और व्रत आदि का विशेष महत्व होता है मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से जीवन के सभी कष्टों का निवारण हो जाता है और प्रभु की कृपा बरसती है भौमवती अमावस्या पर हनुमान जी की आराधना उत्तम फलदायी है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा मार्गशीर्ष अमावस्या की पूजा की संपूर्ण सामग्री बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
भौमवती अमावस्या की संपूर्ण पूजन सामग्री—
आपको बता दें कि भौमवती अमावस्या के दिन पूजा पाठ के लिए चंदन, अक्षत, रोली, धूप, दीपक, नैवेद्य, नारियल, मिठाई, फल, पुष्प, घी, चावल, दूध, पानी, चीनी, घी आदि शामिल करें। इसके साथ ही भगवान हनुमान जी की प्रतिमा या तस्वीर रखें।
इसके बाद भगवान की विधिवत पूजा करें और दिनभर का व्रत आदि भी रखें। मान्यता है कि इन पूजन सामग्री के साथ अगर अमावस्या तिथि देवी देवताओं का पूजन किया जाए तो दुख परेशानियों का नाश हो जाता है और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।
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