
ज्योतिष न्यूज़ : आज यानी 8 दिसंबर दिन शुक्रवार को उत्पन्ना एकादशी का व्रत पूजन किया जा रहा है। यह तिथि भगवान विष्णु की प्रिय तिथियों में शामिल है इस दिन भगवान विष्णु और देवी एकादशी की विधिवत पूजा की जाती है और व्रत आदि भी रखा जाता है।
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मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ करने से प्रभु की अपार कृपा बरसती है लेकिन इसी के साथ ही अगर उत्पन्ना एकादशी के दिन शमी वृक्ष की पूजा की जाए तो सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा उत्पन्ना एकादशी पर शमी पूजन विधि से अवगत करा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
उत्पन्ना एकादशी पर करें शमी पूजन—
एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद सभी देवी देवताओं का ध्यान करते हुए सूर्यदेव को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं फिर शमी के वृक्ष की जड़ में भी जल अर्पित करें। इसके बाद लाल रंग के पुष्प और अक्षत अर्पित कर घी या तिल के तेल का दीपक जलाए और मौली वाली बाती रखें। इसके बाद चंदन और कुमकुम लगाने के बाद धूप दिखाएं। फिर शमी वृक्ष के समक्ष हाथों को जोड़कर प्रार्थना करें। पूजन के बाद शमी पेड़ की परिक्रमा जरूर करें। पूजन के दौरान आप इस मंत्र का जाप जरूर करें।
पूजन मंत्र—
अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया।
दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।
गतं पापं गतं दु:खं गतं दारिद्रय मेव च।
आगता: सुख-संपत्ति पुण्योऽहं तव दर्शनात्।।
दु:स्वप्रनाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्।।
अमंगलानां च शमनीं शमनीं दुष्कृतस्य च। दु:स्वप्रनाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्।।
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