ईआरसीपी की नई डीपीआर बनेगी, अगले महीने एमओयू संभव
राजस्थान और मध्य प्रदेश में अगले महीने एमओयू हो सकता है।

जयपुर: पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में पेयजल और सिंचाई के लिए बनी ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) का काम अब संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल रिवर इंटरलिंक (पीकेसी) प्रोजेक्ट में होगा। इसके लिए डीपीआर बनाई जाएगी। इसे लेकर राजस्थान और मध्य प्रदेश में अगले महीने एमओयू हो सकता है।

गौरतलब है कि नई दिल्ली में बुधवार को दोनों प्रदेशों के जल संसाधन विभाग और जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारियों की मीटिंग हुई। संशोधित प्रोजेक्ट पर 50 हजार करोड़ खर्च होंगे। 45 हजार करोड़ रु. केंद्र देगा। दोनों राज्यों में अपने क्षेत्र में होने वाले खर्च में से 10 फीसदी राशि देंगे।
राजस्थान में ईआरसीपी पर 37 हजार करोड़ रुपए खर्च होने हैं। बैठक में जल संसाधन विभाग के एसीएस सुबोध अग्रवाल और चीफ इंजीनियर रवि सोलंकी ने भाग लिया। इसके बाद दोनों प्रदेशों के अधिकारियों की जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भी बात हुई। संशोधित पीकेसी का काम नदी जोड़ो परियोजना में होगा। गौरतलब है कि ईआरसीपी प्रोजेक्ट से 13 जिलों में पेयजल सप्लाई के तीन प्रोजेक्ट के लिए पूर्व कांग्रेस सरकार ने 14200 करोड़ की स्वीकृति दे दी थी। इसमें ईसरदा बांध व नवनेरा बैराज पर काम चल रहा है। रामगढ़-महलपुर-नवनेरा-गलवा-बीसलपुर-ईसरदा लिंक के निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।