राजस्थान
साइबर ठगों ने मेडिकल इमर्जेंसी के नाम पर की लाखों रुपए की ठगी
पुलिस बैंक की जिम्मेदारी बताकर केस दर्ज नहीं कर रही

अजमेर: अजमेर में साइबर ठगों ने स्टेशन रोड, मदारगेट आदि क्षेत्रों के कारोबारियों को ठगा है। एक ई-मित्र संचालक को भी शिकार बनाया है। पीड़ितों के खातों को बैंक ने लीअन कर दिया है। इस मामले में पुलिस और बैंक दोनों ही पीड़ितों की कोई मदद नहीं कर पा रहे। बैंक वारदात के तरीके से हैरान हैं तो पुलिस बैंक की जिम्मेदारी बताकर केस दर्ज नहीं कर रही।

स्टीवंज चौराहा वैशाली नगर में एक ई-मित्र संचालक को वारदात का शिकार बनाकर करीब 2.50 लाख रुपए की चपत लगाने के साथ यहीं पास के एक कांप्लेक्स में दूसरे ई-मित्र के साथ वारदात करना सामने आया है। इसी तरह की मिलती-जुलती वारदात स्टेशन रोड और आसपास के क्षेत्रों में भी अंजाम दी गई हैं।
पीड़ितों ने बताया कि पिछले दिनों बैंकों की छुट्टी वाले दिन एक अनजान व्यक्ति आया और किसी घरवाले के अस्पताल में भर्ती होने और उसका ऑपरेशन होने की बात कहकर मदद मांगी। उक्त व्यक्ति ने खाते में पैसा ट्रांसफर का मैसेज दिखाकर कैश ले लिया, लेकिन जब चैक किया गया तो खाते पर लीअन यानि ग्रहणाधिकार लगा आया। इसमें जैसे ही कोई राशि खाते में जमा होगी, तुरंत बैलेंस जीरो हो जाएगा। यह खाता माइनस में होता है।