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देहरादून: उत्तराखंड के युवाओं की कामयाबी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। हल्द्वानी लाइव इस तरह की कहानियों को प्रकाशित करता है क्योंकि हमें लगता है कि एक कामयाबी दूसरों के लिए कई रास्ते खोजने का काम करती है। सबसे पहले भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय डीआरडीओ में चयन होने के लिए चम्पावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र के मानाढुंगा (दिगालीचौड़) गांव के रहने वाले स्वप्निल जोशी को बधाई।
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जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से राज्य के चम्पावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र के मानाढुंगा (दिगालीचौड़) गांव के रहने वाले स्वप्निल जोशी का चयन भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय डीआरडीओ में इंटेलिजेंस ऑफिसर के पद पर हुआ है। स्वाप्निल एक शिक्षक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। स्वप्निल के पिता का नाम जगदीश चन्द्र जोशी है और वे जीआईसी चंपावत में अध्यापक हैं। वहीं उनकी माता सुमन जोशी डीएवी में अध्यापिका है। स्वाप्निल जोशी ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डीएवी लोहाघाट से प्राप्त की है। स्वप्निल की कामयाबी के बारे में पता चलते ही उनके घर पर बधाई देने वालों को तांता लगा हुआ है।
क्या है डीआरडीओ:
डीआरडीओ भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय का आर एंड डी विंग है, जो अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों और महत्वपूर्ण रक्षा प्रौद्योगिकियों और प्रणालियों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए भारत को सशक्त बनाने के लिए एक दृष्टि के साथ है, जबकि हमारे सशस्त्र बलों को राज्य के साथ लैस करता है।