
सोनभद्र: नाबालिग से रेप के लिए दोषी करार दिए गए बीजेपी विधायक राम दुलार गोंड़ के पैर कठघरे में कांपने लगे। कोर्ट से सजा सुनाए जाने के बाद भाजपा विधायक राम दुलार गोंड़ का चेहरा लटक गया। उनके आंख से आंसू निकल आए। फैसला सुनाए जाने से पूर्व कोर्ट को अन्य वादियों और प्रतिवादियों से खाली करा लिया गया था। जिस समय विधायक के मामले की सुनवाई शुरू हुई, उस समय अदालत में विधायक की तरफ से भाजपा के जिलाध्यक्ष भी मौजूद रहे।

शुक्रवार दोपहर लगभग एक जिला कारागार से पुलिसकर्मी स्पेशल वाहन से विधायक राम दुलार गोंड़ को लेकर कोर्ट पहुंचे। उन्हें कुर्सी पर बैठा दिया गया। एमपी/एमएलए कोर्ट के अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम एहशानुल्ला खान लंच से पूर्व जमीन के एक मामले की सुनवाई कर रहे थे। दोनों पक्षों के अधिवक्ता जमीन में रास्ते को लेकर बहस कर रहे थे।
इधर, कुर्सी पर बैठे विधायक कभी आंख से चश्मा उतारकर हाथ में लेते तो कभी चश्मे के शीशे को साफ करते रहे। दोपहर बाद अदालत ने 25 साल की कैद और दस लाख रुपये के जुर्माने से दंडित करने का आदेश सुनाया। आदेश सुनते ही विधायक का चेहरा लटक गया। उनके आंखों में आंसू भर आए। कुछ देर इधर, उधर देखते रहे। रूमाल से आंसू पोछते हुए उनका चेहरा नीचे की ओर झुक गया।
लंच टाइम के बाद जब दुष्कर्म मामले में दोषी भाजपा विधायक राम दुलार गोंड़ को सजा सुनाने के लिए कठघरे में बुलाया गया तो उनके पैर कांपने लगे। वह लड़खड़ाते हुए कटघरे में पहुंचे। सत्र न्यायाधीश एहशानुल्ला खान के समक्ष हाथ जोड़े खड़े हुए।
लेकिन कोर्ट पर विधायक की शालीनता का कोई असर नहीं हुआ। भाजपा विधायक राम दुलार गोंड़ नाबालिग का लगभग एक वर्ष तक शारीरिक शोषण करते रहे। यह मामला तब खुला जब वह गर्भवती हो गई।