
विजयवाड़ा: नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (NAREDCO) 2 और 3 फरवरी को नई दिल्ली के होटल ताज पैलेस में ‘पारदर्शिता के साथ विश्वास को बढ़ावा देना: पाथवे 2047’ विषय पर 16वें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है।

सम्मेलन का उद्देश्य भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र में विकास और परिवर्तन की गतिशीलता में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए सरकारी अधिकारियों, उद्योग के नेताओं और निवेशकों सहित प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाना है।
सोमवार को यहां मीडिया को संबोधित करते हुए नारेडको के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी हरि बाबू ने कहा कि सम्मेलन नए युग के रुझानों और प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं का पता लगाने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
इसमें इंडिया विजन@2047 पर एक समर्पित सत्र के साथ-साथ सरकारी सहायता, किफायती आवास और आरईआरए के प्रभाव, वित्तपोषण विकल्प, प्रौद्योगिकी एकीकरण और निवेश के अवसरों पर व्यावहारिक चर्चाएं होंगी।
नारेडको (एपी) के अध्यक्ष जी चक्रधर ने कहा, “रियल एस्टेट क्षेत्र आंध्र प्रदेश और देश के लिए महत्वपूर्ण है, जो आर्थिक विकास को गति देता है और नौकरियां पैदा करता है।” नारेडको के अध्यक्ष डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र में बदलाव के लिए उत्प्रेरक के रूप में सम्मेलन की भूमिका पर प्रकाश डाला।
नारेडको के उपाध्यक्ष राजन बंदेलकर ने कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र की भूमिका एक महत्वपूर्ण आर्थिक चालक के रूप में है, जिसका रोजगार और सहायक उद्योगों के साथ जुड़ाव पर कई गुना प्रभाव पड़ता है।
मीडिया सम्मेलन के बाद नारेडको के सदस्यों ने संगठन द्वारा प्रकाशित डायरी का विमोचन किया।