
दिल्ली। साल 2001 में आज ही के दिन संसद भवन पर हमला किया गया था. हमले की बरसी पर संसद परिवार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां मौजूद है और इस हमले में शहीद लोगों के परिजनों स मुलाकात कर रहे है.

#WATCH | Lok Sabha Speaker Om Birla, Prime Minister Narendra Modi, Union Home Minister Amit Shah, BJP national president JP Nadda and other leaders gathered at the Parliament to pay tribute to the fallen jawans, on the 22 years of the Parliament attack. pic.twitter.com/AjDAiZvKH0
— ANI (@ANI) December 13, 2023
हमले के वक्त संसद भवन में मौजूद थे 200 सांसद
13 दिसंबर 2001, सुबह के 11 बजकर 30 मिनट हो रहे थे. सामान्य दिन की तरह संसद भवन में काम चल रहे थे. शीतकालीन सत्र चल रहा था. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही हंगामे के कारण कुछ देर के लिए स्थगित थी. यही कारण कुछ सांसद संसद भवन से जा चुके थे, लेकिन लाल कृष्ण आडवाणी सहित करीब 200 सांसद उस समय भी संसद भवन के अंदर थे. सुरक्षाकर्मी भी संसद भवन में मौजूद थे. अचानक सफेद रंग की एंबेसेडर कार संसद भवन में प्रवेश करती है. गाड़ी में मंत्रालय का स्टीकर भी लगा था. लेकिन संसद भवन में प्रवेश के लिए जो तय रफ्तार थी उससे उस गाड़ी की रफ्तार ज्यादा थी.
इस कारण सुरक्षाकर्मी जगदीश यादव गाड़ी को रोकने के लिए उसके पीछे भागते हैं. जगदीश यादव को गाड़ी के पीछे भागते देख उपराष्ट्रपति कृष्णकांत शर्मा के सुरक्षाकर्मी एएसआई जीत राम, एएसआई नानक चंद और एएसआई श्याम सिंह अपना पोजिशन ले लेते हैं और गाड़ी को रोकने की कोशिश करते हैं. सुरक्षाकर्मी को अपनी ओर आते देख गाड़ी का ड्राइवर गेट नंबर एक ही ओर मोड़ देता है. लेकिन उस दौरान अपना नियंत्रण खोने की वजह से गाड़ी उपराष्ट्रपति की कार से टकराती है. सुरक्षाकर्मी जबतक समझ पाते एंबेसेडर से पांच आतंकवादी उतरते हैं और गोलियों की बौछार करने लगते हैं. सभी के हाथ में एके-47 थे. उनके पीठ पर गोले और बारूद भरे थे.