नई दिल्ली: फायरब्रांड बीजेपी नेता और बजरंग दल के संस्थापक विनय कटियार राम मंदिर आंदोलन का अहम हिस्सा रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में उन्होंने आंदोलन, लालकृष्ण आडवाणी और आरएसएस कार्यकर्ताओं की भूमिका को याद किया। कटियार से पूछा गया कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हो रही है, आप इसे कैसे देखते हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं प्रसन्न और अभिभूत हूं। इस मंदिर के लिए बहुत सारे बलिदान दिए गए। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आ रहे हैं। हालांकि, मंदिर बनने में अभी और समय लगने वाला है।’
विनय कटियार ने कहा कि मैंने ही आंदोलन शुरू किया और दूसरे लोगों को इससे जोड़ा। उन्होंने कहा, ‘मैं आंदोलनकारी नेता हूं और उन लोगों में से एक हूं जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन की नींव रखी। कुछ समय बाद और भी लोग जुड़ गए। फिलहाल मंदिर का निर्माण कार्य जारी है। मंदिर जल्द ही बनकर पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।’ कटियार से पूछा गया कि क्या राम मंदिर आंदोलन के लिए ही बजरंग दल की स्थापना हुई? उन्होंने कहा, ‘बजरंग दल का गठन हिंदू समाज के जागरण के लिए हुआ था। इसे राम मंदिर आंदोलन से जोड़ा गया और लगातार सक्रिय भूमिका निभाई। मैंने अयोध्या में अपने घर पर ही बजरंग दल की स्थापना की थी। बाद में यह विश्व हिंदी परिषद की युवा शाखा बनी।’
बजरंग दल के संस्थापक से पूछा गया कि राम मंदिर का श्रेय आप किसे देते हैं? उन्होंने कहा, ‘इसके लिए श्रेय किसी एक व्यक्ति को नहीं दे सकते। इस तरह के आंदोलन का श्रेय पूरे संगठन को जाता है। आंदोलन में RSS ने बड़ी भूमिका निभाई। इसने संगठन के तौर पर नेतृत्व किया, मगर दूसरे सहयोगी संगठनों जैसे वीएचपी ने राम मंदिर के लिए आगे का काम किया और अभी तक इसे जारी रखे हुए है। इसका श्रेय संघ के स्वयंसेवकों को भी जाता है।’ विनय कटियार ने कहा कि राम मंदिर निर्माण का असर आगामी लोकसभा चुनाव पर नहीं पड़ेगा। राम मंदिर राजनीतिक नहीं है। इससे अयोध्या राम-मय हो जाएगी।