
फतेहपुर: फतेहपुर के विजयीपुर में दो साल के अंतराल में एक के बाद एक तीन बच्चों की मौत ने रविवार पिता को तोड़ दिया। गमों का पहाड़ ऐसा टूटा कि दुखी पिता का गुस्सा आस्था पर फूट पड़ा। मंदिर पहुंचकर वह चीखते हुए रोया और फिर गुस्से में मूर्तियों को खंडित कर दिया। ग्रामीण समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन वह किसी की बात सुनने को तैयार नहीं था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे काबू करने की कोशिश की लेकिन वह सिपाहियों से भिड़ गया और हाथ छुड़ाकर जंगल में भाग गया।

किशनपुर के जलंधरपुर मजरे गुरवल निवासी जयराम निषाद के एक वर्षीय पुत्र की रविवार अचानक मौत हो गई। बच्चे की मौत से जयराम बेचैन हो गया। पुत्र का अंतिम संस्कार करने के बाद वह भाग्य को कोसकर रो रहा था। देर शाम मंदिर पहुंचकर उसने हंगामा मचाया। चौकी प्रभारी पहाड़पुर शशिकांत सरोज ने बताया पुत्र की मौत से परेशान पिता नशे में था। खंडित मूर्तियों को सुरक्षित रखवा दिया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि करीब दो साल पहले जयराम के दो मासूम पुत्रों की मौत ऐसे ही अचानक हो गई थी। इसी मंदिर में पुत्र के लिए उसने मनौती मांगी थी। पुत्र तो हुआ लेकिन एक साल में दुनिया से रुखसत हो गया। तीसरे बेटे की मौत से जयराम टूट गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
मंदिर में हंगामा करता हुआ जयराम यही कह रहा था कि उसका परिवार खत्म हो गया। दो साल में तीन बच्चों को खो चुका जयराम पूरी तरह से टूट गया था। पुलिस का कहना है कि फिलहाल उसकी तलाश की जा रही है। जयराम के मिलने के बाद मामले में मंदिर में हुए हंगामे पर कार्रवाई की जाएगी।