झाबुआ: मध्य प्रदेश के झाबुआ में अंधविश्वास के चलते एक महिला को महिला तांत्रिक द्वारा लोहे की जंजीर से पीटे जाने से मौत का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि पिछले दिनों महिला को संतान नहीं होने पर परिजन उसे एक महिला तांत्रिक के पास लगाए थे। तांत्रिक ने महिला पर बुरी आत्मा का साया बताकर उसे लोहे की जंजीर से तीन दिन तक पीटा। आखिरकार ज्यादा पिटाई से महिला अचेत हो गई जिसे गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी महिला तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच जारी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, झाबुआ जिले के काकनवानी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव नागन वाट की रहने वाली महिला मजिता बाई डामोर (33 वर्ष) को 15 वर्षों से बच्चे नहीं हो रहे थे। मजिता के परिजन राणापुर थाना अंतर्गत आने वाले गांव भूरि माटी की महिला तांत्रिक के पास गए। महिला तांत्रिक ने मजीता को आर्शीवाद देने के लिए पहले उसे बाल पकड़ कर पीटा और बोला की इसमे भूत है। बताया जाता है कि मजीता को जंजीर से पीट गया जिस कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
परिजनों को बहार निकाल दिया और मजीता को जंजीर से पीट दिया जिस कारण मजीता गंभीर रूप से घायल हो गई। मंजीता को गंभीर घायल देख तांत्रिक महिला ने परिजनों को बोला की इसे अस्पताल ले जाओ। इसके बाद परिजनों ने ढेकल गांव आकार 108 पर फोन किया। परिजन मजीता को लेकर झाबुआ जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां पर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर प्रदीप डोडवाल ने बताया कि महिला की मौत हो चुकी है। मृतक महिला के भाई मार्टिन का कहना है कि बहन का पति प्रकाश और उसके परिवार के लोग महिला को तांत्रिक के पास लेकर गए थे।
महिला तांत्रिक का कहना था कि पीड़िता के शरीर में बुरी आत्मा ने डेरा जमा लिया है, उसे निकालना पड़ेगा। बुरी आत्मा निकालने के लिए पीड़िता को लोहे की जंजीरों से पीटा गया। महिला की जब हालत खराब हो गई तब तांत्रिक ने उसे अस्पताल ले जाने की बात कही। हालांकि मंजीता की अस्पताल लाते वक्त मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी प्रेमलाल कुर्वे ने बताया कि महिला के परिजन उसे झाड़फूक के लिए तांत्रिक के पास ले गए थे। तांत्रिक ने पीड़िता को लोहे की सकाल से पीटा था। इसके बाद अस्पताल लाते समय महिला की मौत हो गई थी। आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ धारा-304 के तहत केस दर्ज किया गया है।