चोरी हुए मोबाइल जाते थे सीमा पार, रामनगर पुलिस ने किया खुलासा

वाराणसी। रामनगर क्षेत्र में पिछले कई दिनों से पर्यटकों समेत स्थानीय निवासियों के हो रहे मोबाइल चोरी की घटनाओं का सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने तीन शातिर चोरों के साथ दो नाबालिगों को गिरफ्तार करते हुए छह आई फोन समेत कुल 14 मोबाइल बरामद किए हैं।

इस बाबत रामनगर थाना प्रभारी भरत उपाध्याय ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर डोमरी चौराहे से इन सभी को गिरफ्तार किया किया। इनसे पूछताछ करने पर सनसनीखेज जानकारी सामने आई। पूछताछ में बात सामने आई कि मोबाइल चोरी की घटनाएं नियोजित तरीके से गिरोह बनाकर की जा रही थी। गिरोह का सरगना झारखण्ड का रहने वाला है और उसने बाकायदा सैलरी पर मोबाइल चोरी करने वाले लड़के नियुक्त कर रखे थे।
सैलरी पाने वाले लड़के देश के अलग अलग शहरों में नाबालिग बच्चो को लेकर जाते है और कुछ दिन चोरी की घटनाओं को लगातार अंजाम देकर दूसरे शहर को निकल जाते हैं। जब चोरी के 50 से अधिक मोबाइल जमा हो जाते हैं, तो वह सारे मोबाइल झारखण्ड सरगना के पास पहुंच जाते हैं और सरगना उनको तस्करी के माध्यम से बंग्लादेश भेज दे रहा है। जहाँ ये सारे मोबाइल अच्छे दाम पर बिक जाते है, इसी कारण भारतीय पुलिस और अन्य एजेंसिया ये सारे मोबाइल रिकवर नही कर पाती थी।
गिरफ्तार किए गए चोर आसनसोल निवासी विक्रम नोनिया (32 वर्ष), साहबगंज झारखंड निवासी शिवा कुमार (20 वर्ष), वर्धमान पश्चिम बंगाल निवासी विशाल नोनिया (21 वर्ष) शामिल हैं। इनके अलावा दो नाबालिगों को भी पकड़ा गया है। इनके पास से छह आई फोन, 7 एंड्रॉयड मोबाइल सेट बरामद किए गए हैं। जिनकी कीमत पांच लाख से ज्यादा बताई जा रही है।