
उज्जैन: उज्जैन के पास माकड़ोन में दो महापुरुषों की मूर्ति को लेकर बवाल हो गया है। सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर एक पक्ष ने हमला करके गिरा दिया जो यहां बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की मूर्ति लगाना चाहते थे। इसके बाद पटेल और आंबेडकर समर्थकों में जमकर बवाल हुआ। पत्थरबाजी और आगजनी की गई। पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है।

उज्जैन जिले की तहसील माकड़ौन में सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति को ट्रैक्टर चला कर गिरा दिया गया। इसके बाद दो पक्ष आमने-सामने हो गए। जमकर पथराव हुआ। इस दौरान दुकानों और वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। हालात बिगड़ते देख उज्जैन एडिशनल एसपी नितेश भार्गव के साथ उज्जैन और तराना के साथ माकड़ौन पुलिस बल मौके पर पहुंचा। दोनों पक्षों को समझाइए देने के बाद मामला शांत कराया जा है। हालात देखते हुए भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है।
उज्जैन जिले के माकड़ोन में बुधवार सुबह भीम आर्मी ओर पाटीदार समाज के दो पक्ष आमने-सामने आ गए। एक पक्ष ने सदरा पटेल की मूर्ति पर ट्रैक्टर चढ़ाकर इसे तोड़ दिया। लोहे की रॉड और पत्थरों से भी हमला किया गया। इसके बाद दूसरा पक्ष भी टकराव के लिए पहुंच गया। दोनों पक्षों में पथराव और लाठियां चलने लगीं। उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों में भी तोड़फोड़ कर दी। कुछ गाड़ियां जला दीं। दुकानों पर भी पथराव किया गया है।
बुधवार रात कुछ लोगों ने माकड़ोन मंडी गेट और बस स्टैंड के पास खाली पड़ी जमीन पर सरदार पटेल की मूर्ति स्थापित कर दी। दूसरे पक्ष के लोग यहां भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगाना चाहते थे। बीते दो चुनाव से भाजपा ने विवादित जगह पर सरदार पटेल की प्रतिमा लगाने की घोषणा की थी और नया बस स्टैंड का नाम डॉ. आंबेडकर रख दिया। भीम आर्मी चाहती है कि यहां डॉ. आंबेडकर की मूर्ति लगाई जाए। जबकि, पाटीदार समाज के लोग सरदार पटेल की मूर्ति लगाने की मांग करते आ रहे थे। एडिशनल एसपी नितेश भार्गव ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे हैं। दोनों पक्षों को समझाइए दी गई है और मामले को शांत कराया है।