
नूरपुरबेदी। ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल जारी रहने से हर प्रकार की वस्तुओं की सप्लाई पर असर पड़ना शुरू हो गया है। इसके चलते फलों और सब्जियों के दाम बढ़ने लगे हैं। इसके अलावा उक्त हड़ताल के कारण तेल खत्म होने के डर से पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी कतार लगने से भीड़ लगनी शुरू हो गई है। तेल का कोटा कम होने के कारण नूरपुरबेदी क्षेत्र के अधिकांश पंपों ने पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति बंद कर दी है। जबकि कुछ पंपों द्वारा मात्र 200 रुपए का तेल ही वाहनों में डाला जा रहा है। उधर लोगों ने उक्त हड़ताल के कई दिनों तक चलने की आशंका को ध्यान में रखते हुए वाहनों की टंकी फुल करवाना शुरू कर दिया है।
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ऐसे में तेल की भारी कमी के कारण हालात बिगड़ने लगे हैं। आज पंपों पर ईंधन लेने के लिए खड़े वाहन चालकों को लाइन में करीब 20 से 30 मिनट तक अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। इस मौके पर पंप मालिकों ने कहा कि लोग जरूरत से ज्यादा तेल डलवा रहे हैं। इसके चलते पेट्रोल पंप ड्राई होने लगे हैं।
इस बीच पंपों पर तेल लेने को लेकर लोग और पंप मालिक आपस में झगड़ते भी दिखे। तेल की खपत अचानक बढ़ने से जरूरतमंद लोग अपने वाहनों में तेल लेने से वंचित हो रहे हैं। जो पंप रोजाना 1 से 2 हजार लीटर तेल बेचते थे, वे अब 3 से 4 हजार लीटर के पार पहुंच गए हैं। कुछ पंप मालिकों के पास केवल 1 से 2 दिन का ही पेट्रोल और डीजल उपलब्ध है। अगर हड़ताल कुछ दिन और इसी तरह जारी रही तो स्थिति और खराब हो सकती है क्योंकि पेट्रोल पंप खाली हो जाएंगे।
दूसरी ओर ट्रक चालकों की हड़ताल के कारण फलों और सब्जियों के अलावा अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ने लगी हैं। दुकानदारों का कहना है कि ट्रकों के नहीं आने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि माल की आवक कम होने और खपत बढ़ने के कारण माल की कीमत में लगातार बढ़ौतरी हो रही है। जबकि ग्राहक उनसे बहस करते हैं। इसलिए अगर सरकार उक्त मामले में कोई जरूरी और तत्काल कदम नहीं उठाती है तो लोगों को बड़ी परेशानी हो सकती है।