
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अधिकारी केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर का न फोन उठाते हैं और न व्हाट्सएप मैसेज का जवाब देते हैं। इसको लेकर कौशल किशोर ने सख्त आपत्ति जताई है। मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल की शिकायत की है।
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पत्र में कहा है कि इससे पता चलता है कि जनप्रतिनिधियों के प्रति नौकरशाह कितने उदासीन हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री ने लिखा कि पावर कारपोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ ने आउटसोर्स कर्मियों की समस्याओं का मुद्दा उठाया था। संगठन की मांग पर मैंने दो बार चेयरमैन को पत्र लिखा, जिससे दोनों पक्षों की बैठक कराकर समस्याओं का समाधान हो सके, लेकिन मेरे बुलाने पर भी चेयरमैन नहीं आये। मैंने दूरभाष पर भी सम्पर्क साधा, लेकिन उन्होंने मेरा फोन रिसीव नहीं किया। फिर मैंने व्हाट्सएप मैसेज भेजा। उन्होंने कोई रिस्पांस नहीं दिया, जो काफी खेदजनक है। इससे स्पष्ट होता है कि जनप्रतिनिधियों के प्रति नौकरशाह कितना उदासीन है।
केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री से सहानुभूति पूर्वक विचार कर समस्याओं के समाधान करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। इसको लेकर संगठन ने 11 चरणों में ध्यानाकर्षण कार्यक्रम किया। इसमें पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन व एमडी को महापंचायत में हिस्सा लेकर समस्याओं का समाधान के लिए बुलाया गया। इसके बावजूद कोई अधिकारी नहीं आया। नतीजतन संगठन द्वारा पांच फरवरी को शक्ति भवन पर प्रदर्शन की घोषणा की गई।