
औरंगाबाद: हिंदू देवी देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करके देशभर में सियासी बवाल मचा चुके राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने एक बार फिर हंगामा खड़ा करने वाला बयान दिया है। लालू यादव के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने इस बार विद्या की देवी मां सरस्वती के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करते हुए उनकी पूजा पर सवाल खड़ा किया है। इसके पहले उन्होंने शक्ति की देवी मां दुर्गा की अस्तित्व पर सवाल खड़ा किया था और राक्षस महिषासुर को अपना आदर्श बताया था।

एक तरफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पूरे परिवार के साथ हिंदू देवी देवताओं की श्रद्धा के साथ पूजा आराधना करते हैं तो वही उनकी पार्टी के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने मानो हिंदू देवी देवताओं को अपमानित करने का ठेका ले रखा है। आरजेडी विधायक ने एक बार फिर देश के करोड़ों हिंदू जनमानस की भावना को आहत करने वाला बयान दिया है। फतेह बहादुर ने इस बार विद्या की देवी मां सरस्वती पर सवाल खड़ा कर दिया है। सीधे शब्दों में कहें तो उन्होंने सरस्वती माता को गाली देने का काम किया है। औरंगाबाद में मीडिया से बात करते हुए फतेह बहादुर ने कहा कि ब्राह्मण ग्रंथो में यह लिखा है कि सरस्वती जी ब्रह्मा जी की पुत्री हैंऔर ब्रह्मा जी का अपनी ही पुत्री पर नियत खराब हो गया। उन्होंने अपनी बेटी के साथ शादी कर ली। तो आप खुद समझ लीजिए कि पूजा किसकी होती है चरित्रवानों की या चरित्रहीनों की। उन्होंने यह भी कहा कि चरित्रवान और चरित्रहीन वाली बात मैं नहीं कह रहा बल्कि संत कबीर दास ने ऐसा कहा है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में सरस्वती जी की प्रतिमा नहीं लगाई जानी चाहिए बल्कि सावित्रीबाई फुले की तस्वीर लगानी चाहिए।
इससे पहले विधायक फतेह बहादुर ने दुर्गा पूजा के समय शक्ति की देवी मां दुर्गा के बारे में आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि दुर्गा जी की अवधारणा काल्पनिक है। तब उन्होंने कहा था कि अगर हमारे देश में 33 करोड़ देवी देवता हैं तो भारत गुलाम हुआ उस समय दुर्गा जी ने अंग्रेजों का संहार क्यों नहीं किया? तब दुर्गा जी क्या कर रही थी? उन्होंने सवाल उठाया कि दुर्गा जी ने महिषासुर की करोड़ों सेना का संहार कर दिया तो मुट्ठी भर अंग्रेजों का सत्यानाश क्यों नहीं किया। कुल मिलाकर देवी दुर्गा जैसी कोई भगवती नहीं हैं। राजद विधायक ने दुर्गा जी की पूजा और भारी भरकम पंडाल को फिजूल खर्ची बताया और कहा कि लोगों को यह नहीं करना चाहिए।
फतेह बहादुर के इस बयान के बाद हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया था। बजरंग दल ने उनका पुतला भी जलाया और कार्रवाई से मांग की। एक बार फिर सबकी नजरें लालू परिवार की ओर हैं क्योंकि उनके पुत्र तेजप्रताप यादव समर्पित भगवान भक्त हैं। लालू यादव भी दिल से पूजा करते हैं। तेजस्वी यादव भी सभी धर्मों का आदर करते हैं और सबके त्योहार मनाते हैं।
“चरित्रहीन की पूजा नहीं होती”
RJD विधायक फतेह बहादुर कुशवाहा ने मां सरस्वती को चरित्रहीन बताते हुए उनकी जगह स्कूलों में सावित्री बाई फुले की प्रार्थना और मूर्ति लगाने की मांग की। pic.twitter.com/wFQ1u6Iaje
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) December 29, 2023