नई दिल्ली: भारत लक्षद्वीप में पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिशों में लगा है। इसी कड़ी में अब मिनिकॉय द्वीप समूह पर नया हवाई क्षेत्र डेवलप करने की तैयारी है। यह एयरफील्ड कॉमर्शियल विमानों के साथ फाइटर जेट और मिलिट्री एयरक्राफ्ट को ऑपरेट करने में सक्षम होगा। इससे पहले भी मिनिकॉय द्वीप समूह में नए हवाई क्षेत्र को विकसित करने के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजे गए थे। मगर, संयुक्त उपयोग वाले डिफेंस एयरफील्ड के इस प्लान पर हाल के दिनों में काफी जोर दिया जा रहा है। सैन्य दृष्टिकोण से यह हवाई क्षेत्र भारत को मजबूत क्षमता मुहैया करेगा। इसका इस्तेमाल अरब सागर और हिंद महासागर क्षेत्र पर नजर रखने में भी होगा।
भारतीय तटरक्षक रक्षा मंत्रालय के अधीन ऐसी पहली फोर्स थी जिसने मिनिकॉय द्वीप समूह में हवाई पट्टी बनाने का सुझाव दिया था। हालिया प्रस्ताव के अनुसार, भारतीय वायु सेना को मिनिकॉय से ऑपरेशन चलाने में काफी लाभ मिलेगा। मिनिकॉय एयरपोर्ट रक्षा बलों को अरब सागर में अपनी निगरानी को विस्तार देने में मदद करेगा। साथ ही मिनिकॉय में हवाई अड्डा क्षेत्र होने से पर्यटन को बढ़ावा देगा, जैसा कि सरकार ने योजना बनाई है। साथ ही इन दिनों में लक्षद्वीप की यात्रा को लेकर भारतीयों में काफी उत्साह नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लक्षद्वीप यात्रा की शेयर की गई तस्वीरों को देखने के बाद वहां की यात्रा करने की चाहत बढ़ी है। इसे लेकर ऑनलाइन सर्च किए जाने में जबरदस्त उछाल देखा गया है। टूर एंड ट्रेवल सर्विस प्रदाता मेकमाईट्रिप ने कहा कि उसके प्लेटफॉर्म पर इसको लेकर सर्च में 3,400 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा रही है। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘हमने पीएम की यात्रा के बाद से लक्षद्वीप के लिए ऑन-प्लेटफॉर्म सर्च में 3400 प्रतिशत की वृद्धि देखी है। भारतीय समुद्र तटों में रुचि ने हमें भारतीय यात्रियों को प्रोत्साहित करने और देश के मनमोहक समुद्र तटों का पता लगाने के लिए प्रेरित किया है। साथ ही ऑफर और छूट के साथ प्लेटफॉर्म पर भारत के समुद्र तट कैंपेन शुरू करने की तैयारी है।’