
नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू भारत के ‘आर्थिक विनाश’ की साजिश रच रहा है। खबर है कि उसने एक बार फिर भारत के खिलाफ धमकीभरा मैसेज जारी किया है, जिसमें शेयर बाजार को निशाना बनाने की बात कही गई है। बीते साल हुए जम्मू-कश्मीर में जवानों पर हमले का भी पन्नू ने समर्थन किया था।

खास बात है कि पन्नू ने मुंबई सीरियल ब्लास्ट की 31वीं बरसी यानी 12 मार्च से भारत के शेयर बाजार को निशाना बनाने की तैयारी की है। न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, 1993 के धमाकों के विपरीत पन्नू का कहना है, ‘सिख्स फॉर जस्टिस क12 मार्च से NSE/BSE को निशाना बनाने का आह्वान करता है।’ उसका कहना है कि यह भारत की अर्थव्यवस्था को नुकसान बनाने के लिए किया जाना है।
खालिस्तानी आतंकवादी ने 12 मार्च से पहले भारतीय स्टॉक को डंप करने और अमेरिकी स्टॉक को खरीदने की अपील की है। उसने कुछ बैंक और कॉर्पोरेट्स की भी पहचान की है।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है, ‘रेफरेंडम फेल होने के बाद वह (पन्नू) नए अभियान के जरिए धन जुटाना चाहता है। वह एक विदेशी एजेंट है और विदेशी एजेंसियों के लिए काम कर रहा है, जो उसे बोलने की आजादी के तहत सुरक्षा दे रही हैं। उसने प्रधानमंत्री को धमकी दी औरअब भारत की आर्थिक स्थिरता को निशाना बना रहा है। पन्नू वैश्विक आतंकी है, जिसे अब ट्रायल का सामना करना चाहिए।’
खास बात है कि पन्नू अब भारत के मुसलमानों को भी उकसाता हुआ नजर आ रहा है। हाल ही में उसने 30 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हुई पीएम की रैली को रोकने और बवाल की अपील की थी। इतना ही नहीं उसने इस काम के लिए एक लाख डॉलर के इनाम का भी ऐलान किया था। इससे पहले पन्नू विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को लेकर भी धमकियां जारी कर चुका है।