कलयुगी मां ने नाबालिग बेटी को बेचा, मानव तस्करी मामला दर्ज

बहराइच। राम गांव थाना क्षेत्र निवासी एक नाबालिग बालिका को उसकी मां ने ही सीतापुर निवासी व्यक्ति के साथ एक लाख रूपये में बेच दिया था। सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष की सूचना और बालिका के तहरीर पर पुलिस ने मां और सीतापुर निवासी अज्ञात के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

रामगांव थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी मां ने कक्षा पांच में अध्यनरत अपनी ही सगी नााबालिग बिटिया को सीतापुर ले जाकर एक व्यक्ति हाथ एक लाख में बेच दिया। खरीदने वाले व्यक्ति ने नाबालिक बिटिया के साथ एक सप्ताह तक लगातार जबरन दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। किसी तरह बिटिया उस दुष्कर्मी से बचकर वापस अपने घर लौट आई।
लेकिन जब मां ने पुन: उसको सीतापुर भेजने की फिराक में थी, तो आस-पास के लोगों ने घटना की सूचना सामाजिक संस्था को दी। सूचना पाकर देहात संस्था की कार्यकर्ता अर्चना मिश्रा और रचना मिश्रा ने पुलिस की मदद से नाबालिग बिटिया को उसकी मां के घर से बरामद कर बाल कल्याण समिति की न्यायपीठ के समक्ष सोमवार को प्रस्तुत किया।
मामले में न्यायपीठ के अध्यक्ष व जुडिशल मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सतीश कुमार श्रीवास्तव व न्यायापीठ की सदस्य दीपमाला प्रधान, श्रवण कुमार शुक्ला के समक्ष पीड़िता नाबालिग बिटिया ने बिलखते हुए बताया कि खरीददार ने उसके साथ एक सप्ताह तक लगातार मारपीट करते हुए दुष्कर्म किया। उसके चंगुल से किसी तरह बचकर वापस आई, तो मां ने पुन: जबरन उसको सीतापुर भेजने की तैयारी में थी।
इसी दौरान ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पंहुची पुलिस व महिला समाजिक कार्यकर्ता ने छुड़ाया है। मामले में बालिका की तहरीर पर पुलिस ने मां और सीतापुर निवासी अज्ञात के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही केस दर्ज किया गया है। जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे।
मां और सीतापुर निवासी व्यक्ति के चंगुल से छुट्टी नाबालिग को वन स्टाफ सेंटर में पुलिस ने रखवाया है। लेकिन वन स्टाफ केंद्र की स्थिति बहुत खराब है ठंड के मौसम में बिटिया के पास कुछ नहीं था। इसकी जानकारी वन स्टाफ केंद्र की इंचार्ज रचना कटियार ने देहात की मुख्य कार्यकारी दिव्यानी चतुर्वेदी को दी। देहात के मुख्य कार्यकारी ने ₹1500 देकर बालिका के लिए स्वेटर और गर्म कपड़े की व्यवस्था कराई। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने कोई ध्यान नहीं दिया।