इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने रोबोटिक्स को लेकर बड़ा ऐलान किया

सेमीकंडक्टर के बाद भारत अब रोबोटिक्स का बड़ा निर्माता बनना चाहता है और इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने रोबोटिक्स के लिए राष्ट्रीय रणनीति का मसौदा जारी किया। इस ड्राफ्ट पर हितधारक 31 अक्टूबर तक अपनी राय दे सकेंगे. भारत रोबोटिक्स के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करना चाहता है। रोबोटिक्स का उपयोग मुख्य रूप से विनिर्माण, कृषि, स्वास्थ्य और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में किया जाएगा। रोबोट बनाने से लेकर रोबोटिक्स अपनाने तक हर काम के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री
आगे कहा कि रोबोट निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल के लिए इस क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के लिए एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र बनाया जाएगा। इस प्रकार के कार्य के लिए रोबोटिक्स इनोवेशन यूनिट (आरआईयू) की स्थापना की जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि यह भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत एक स्वतंत्र एजेंसी के रूप में काम करेगी। घरेलू स्तर पर रोबोटिक्स से जुड़ी वैल्यू चेन स्थापित करने, फंडिंग और इंस्टीट्यूशनल सपोर्ट जैसे तमाम काम आरआईयू करेगा.
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रोबोटिक्स (आईएफआर) के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया भर में 30 लाख औद्योगिक रोबोट विनिर्माण में शामिल हैं। इनमें से 78 प्रतिशत रोबोट चीन, जापान, अमेरिका, जर्मनी और दक्षिण कोरिया में काम कर रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र में रोबोट के इस्तेमाल में चीन सबसे आगे है। चीन ने वर्ष 2022 में अपने विनिर्माण क्षेत्र में 2.7 लाख से अधिक रोबोट जोड़े हैं। भारत में सभी क्षेत्रों में लगभग 33,000 रोबोट कार्यरत हैं।