
नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना द्वारा शनिवार को दिल्ली सरकार के अस्पतालों में गैर-मानक दवाओं की खरीद और आपूर्ति के मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश करने के बाद दिल्ली सरकार ने पलटवार करते हुए कहा कि वह पहले ही अधिकारी के खिलाफ उपराज्यपाल से शिकायत कर चुकी है।

सूत्रों ने बताया कि दिल्ली सरकार पहले भी इस अधिकारी के खिलाफ उपराज्यपाल से शिकायत कर चुकी है। फरिश्ते योजना को बंद करने वाले अधिकारी स्वास्थ्य सचिव दीपक कुमार ही थे।
सूत्र ने यह भी कहा कि राज्य सरकार पहले अधिकारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी। सूत्र ने कहा कि दिल्ली सरकार दीपक कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करती है क्योंकि वह पहले ही उन्हें हटाने की सिफारिश कर चुकी है। सक्सेना ने शनिवार को दिल्ली सरकार के अस्पतालों में खरीदी और आपूर्ति की गई गैर-मानक दवाओं के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की सिफारिश की।
अधिकारी ने कहा कि सक्सेना ने मुख्य सचिव को लिखे अपने नोट में उल्लेख किया है कि यह चिंताजनक है कि ये दवाएं लाखों मरीजों को दी जा रही हैं। उपराज्यपाल ने खरीद में भारी बजटीय आवंटन पर भी चिंता जताई।