
चंडीगढ़। चंडीगढ़ की राजनीति के दिग्गज हरमोहन धवन का निधन हो गया है। उन्होंने 83 साल की उम्र में मोहाली के एक प्राइवेट अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वे पूर्व PM चंद्रशेखर की सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रह चुके थे। इसके बाद वह कांग्रेस, बसपा और भाजपा में शामिल हुए। हालांकि अब वह आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़े हुए थे।
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हरमोहन धवन चंडीगढ के सांसद व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। उनका जन्म 14 जुलाई 1940 को फतेहजंग जिला कैम्बलपुर (अब पश्चिमी पाकिस्तान में) में हुआ था। 1947 में भारत के विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आया था। वह काफी समय तक अंबाला छावनी में रहे।
जहां उन्होंने बीडी हाई स्कूल से मैट्रिक और एसडी कॉलेज से इंटरमीडिएट किया। 1960 में धवन पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में वनस्पति विज्ञान विभाग बीएससी (ऑनर्स) 1963 में और एमएससी (ऑनर्स) किया। वह 1965 से 1970 तक एक शोध विद्वान और पीएल 480 सहायता प्राप्त परियोजना में शामिल हुए।
जिसमें उन्होंने उत्तर पश्चिम हिमालय के आर्थिक पौधों के साइटोलॉजिकल अध्ययन पर शोध किया। 1970 में उन्होंने एक लघु उद्योग इकाई शुरू की और चंडीगढ़ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष बने । 1979 में, उन्होंने एक डाइनिंग रेस्तरां महफ़िल खोला।
हरमोहन धवन ने 1977 में राजनीति में प्रवेश किया और दिवंगत प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर ने उनका मार्गदर्शन किया । वह 1981 में जनता पार्टी के अध्यक्ष बने। वह सीधे आम लोगों जुडे हुए थे। 1989 में वह चंडीगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में चुने गए और चंद्र शेखर की सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री बने। चंडीगढ़ का सेक्टर-32 स्थित जीएमसीएच इनकी ही देन है। इस अस्पताल से आज कई राज्यों के लोगों को फायदा मिल रहा है।