गांव में मिली मादा तेंदुए की लाश, फैली सनसनी

आगरा। आगरा के बाह रेंज में रेहा वन ब्लॉक के जगतुपुरा गांव में एक मादा तेंदुए मृत मिली। गांव में क्रिकेट खेलने पहुंचे युवाओं ने इस मृत मादा के शव को सबसे पहले देखा था। वन विभाग को सूचना देने से पहले मादा तेंदुए के शव के साथ युवाओं ने क्रूरता की थी। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में बीट प्रभारी रोहिताश की ओर से गांव के ही दो लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा कराया गया है। शनिवार को राष्ट्रीय चंबल सेंक्चुरी के बाह रेंज में बरैंडा सेक्शन में रेहा बीट के रेहा वन ब्लॉक के जगतुपुरा गांव में दोपहर में मैच खेल रहे युवाओं ने एक मृत तेंदुआ को देखा। गांव वालों का मृत तेंदुए के मुंह में पानी डालने का वीडियो पहले जारी हुआ। गांव वालों द्वारा बनाए गए वीडियो में दिख रहा है कि तेंदुए के मुंह में पानी डालने पर उसके मुंह से खून भी निकला है।

इसके बाद देर रात एक वीडियो और जारी हुआ, जिसमें गांव के युवा मृत तेंदुए के पैर में रस्सी बांध कर उसे उल्टा लटका रहे हैं। उसे बार-बार जमीन पर रख रहे हैं। गालियां दे रहे हैं। मजाक कर रहे हैं। वीडियो में जितने भी चेहरे दिख रहे हैं, सभी मृत तेंदुए के साथ हो रही क्रूरता पर हंस रहे हैं। कोई कह रहा है कि फोटो खींच ले तो कोई कह रहा है कि वीडियो बना ले। मृत तेंदुए के शव के नाखून दिखाते हुए फोटो भी खींची है, जो वायरल हो रही हैं। सेंक्चुरी की निदेशक आईएफएस आरुषि मिश्रा ने मादा तेंदुए के मौत का कारण जानने के लिए रेंज स्तर पर एक टीम बनाई है। टीम को निर्देश दिए हैं कि गांव के पांच किलोमीटर के दायरे में निजी व वन क्षेत्र में कॉम्बिंग करे। तेंदुए के पग मार्क पर नजर रखे। तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए मथुरा वेटनररी कॉलेज भेजा गया है।
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन आफ नेचर (आइयूसीएन) की संकट ग्रस्त सूची में तेंदुआ शामिल है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश की सीमा में 165 किलोमीटर में फैले चंबल के जंगलों में लगभग 100 तेंदुए हो चुके हैं। जबकि दो साल पहले तक इनकी संख्या महज दर्जन भर थी। पिछले साल पांच जनवरी को थाना बसई जगनेर क्षेत्र के गांव गुगाबंद के समीप जंगल से सटे खेत में एक तेंदुआ मृत मिला था। 2021 में मथुरा के वृंदावन क्षेत्र में अहिल्यागंज के अनारक्षित वन में तेंदुआ का शव मिलने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई थी। तेंदुए का शव जमीन में दफनाकर मामले को दबाने का प्रयास किया गया था, लेकिन मरे हुए तेंदुआ का फोटो वायरल होने की वजह से मामला खुल गया था। डीएफओ आरुषि मिश्रा का कहना है कि वीडियो की जांच की जा रही है। वीडियो में दिख रहे हर चेहरे को चिह्नित किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।