आज से शुरू होगा मेडिकल कॉलेज, नहीं होगा उद्घाटन समारोह

हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ राजस्थान मेडिकल एजूकेशन सोसायटी के निर्देश पर सोमवार से हनुमानगढ़ का राजकीय मेडिकल कॉलेज शुरू होने जा रहा है। 325 करोड़ के इस मेडिकल कॉलेज में अस्थाई बिजली कनेक्शन के कारण लेक्चर रूम के एयर कंडीशनर नहीं चल सकते। वहीं विद्यार्थियों को शिक्षा देने के लिए राजमेस प्रोफेसर लगाने में भी फैल साबित हो गया है। राजमेस यानि की राजस्थान मेडिकल एजूकेशन सोसायटी की ओर से 19 प्रोफेसर लगाए गए थे। इनमें से 9 प्रोफेसर ने पदभार ग्रहण किया था। इनमें भी एक प्रोफेसर काफी समय से छुट्टी पर है और दो प्रोफेसर (गायनी) जिला अस्पताल की एमसीएच यूनिट में सेवाएं दे रहे हैं।
इस कॉलेज में करीब 88 प्रोफेसर के पद है। सूत्रों की माने तो मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण उद्घाटन समारोह नहीं किया जा रहा। मेडिकल कॉलेज में सोमवार को छात्रों को तिलक लगाकर अभिनंदन किया जाएगा। इस दौरान केवल मेडिकल कॉलेज के कमेटी के सदस्य ही मौजूद रहेंगे। मेडिकल कॉलेज का निर्माण 325 करोड़ की लागत से किया गया है। इसमें 60 प्रतिशत निर्माण राशि केंद्र सरकार ने वहन की है और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार ने। मेडिकल कॉलेज के शुरू होने के संदर्भ की जानकारी इन दलों के नेताओं को नहीं है। जबकि सभाओं के दौरान भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता मेडिकल कॉलेज की उपलब्धि पर अपनी पीठ थपथपाते रहते हैं। लेकिन इनके पास मेडिकल कॉलेज शुरू होने की सूचना तक नहीं है।
मेडिकल कॉलेज में बॉयज व गर्ल्स हॉस्टल की व्यवस्था है। इन होस्टल में 250 बॉयज व 250 गलर्स के रहने की व्यवस्था के लिए भवन तैयार हो चुका है। हॉस्टल के कमरों की सामग्री व रसोई का सामान चूरू मेडिकल कॉलेज से आना था। लेकिन अभी तक वह भी नहीं पहुंचा है। मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों में से केवल 45 विद्यार्थियों ने ही प्रवेश लिया है। सोमवार को इन विद्यार्थियों के प्रवेश के दौरान हॉस्टल का अलॉटमेंट किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज नवां बाइपास पर होने के कारण आसपास कोई व्यवस्था नहीं है। 250-250 बेड के होस्टल में 45 विद्यार्थी होस्टल में रहने से कतराएंगे। राजमेस की ओर से स्टाफ नहीं मिलने के कारण मेडिकल कॉलेज की कमेटी ने एनजीओ के जरिए गार्ड की सुविधा की है और चूरू से होस्टल के उपकरण नहीं आने के कारण कॉपरेटिव सोसायटी के माध्यम से व्यवस्था की जा रही है और होस्टल में विद्यार्थियों के खाने की व्यवस्था भी कमेटी ने अपने स्तर पर की है।
