
लखनऊ: लखनऊ शहर में 100 किमी. प्रति घंटा से अधिक रफ्तार से फर्राटा भरने वाले 23 वाहन मालिकों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है। इन लोगों ने 11 दिसम्बर से 17 दिसम्बर के बीच मानक को तोड़ा। अब तक 220 वाहन चालकों पर मुकदमा दर्ज हो चुका है। शहर के 12 स्थानों पर स्पीड वायलेशन डिटेक्शन कैमरे (एसवीडीएस) कैमरे लगे हैं। जिनमें सौ से अधिक की रफ्तार में वाहन चलाने वालों की फुटेज रिकार्ड हुई है। इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि आईटीएमएस में तैनात टीएसआई सुमित कुमार ने तहरीर दी है। 23 वाहनों में कई ऐसे हैं जो कई बार ओवरस्पीडिंग करते हुए मिले हैं। चालान किए जाने के बाद भी भुगतान नहीं कर रहे हैं।

इंस्पेक्टर के मुताबिक इन लोगों ने खुर्रमनगर से समतामूलक, 1090 से कालीदास मार्ग, अवध चौराहे से दुबग्गा, बंगलाबाजार से कैंट, तेलीबाग, गोमतीनगर विस्तार, इन्दिरानगर सेक्टर-25, जनेश्वर मिश्र पार्क, अम्बेडकर पार्क, आईआईएम रोड, छठामील रोड और चिनहट रोड पर नियम को तोड़ा है। यहां के कैमरे में इनकी तस्वीर कैद हुई है।
एएसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे नामिष की मौत ओवरस्पीडिंग के कारण हुई थी। इसके अलावा भी शहर में कई दर्दनाक हादसे हुए हैं। जिसके बाद ओवरस्पीडिंग करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने के निर्देश दिए गए थे। इंस्पेक्टर के मुताबिक आईटीएमएस की तरफ से तीन एफआईआर पूर्व में कराई गईं थीं। जिनमें 197 वाहन चालकों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। चौथी एफआईआर के साथ यह संख्या 220 हो गई है।