
अल्मोड़ा: पिता के रुपये देने से इनकार और अवैध संबंधों के शक ने हंसते-खेलते परिवार को बर्बाद कर दिया। अल्मोड़ा में बच्चों ने पिता का मर्डर कर दिया। शक का भूत इस कदर बच्चों के जेहन में हावी था कि हत्यारोपी बच्चों में पिता को मारने का ही योजना बना ली। नतीजतन बच्चों ने खुद को ही अनाथ कर लिया और जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए।
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लमगड़ा के भागादेवी में पूर्व आईटीबीपी जवान सुंदर लाल की हत्या की खबर से हर कोई स्तब्ध है। हत्याकांड की वजह को पिता के रिटायरमेंट के रुपये बताया जा रहा है। आरोप है कि पिता ने हत्यारोपी बच्चों को रुपये देने से इनकार कर दिया था।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस पूछताछ में यह सामने आया है कि बड़ी बेटी डिंपल और बेटा रितिक को पिता के अवैध संबंधों का शक था। सुंदर लाल के ड्यूटी में होने के दौरान ही उनके मन में शक का बीज अंकुरित हो गया था। तीन माह पूर्व सुंदर लाल रिटायर्ड होकर वापस लौटे तो वह घर में काफी कम समय बिताया करते थे।
साथ ही रुपये नहीं मिलने से बच्चों में शक और गहरा गया। इस दौरान काफी विवाद हुए। बच्चों ने अवैध संबंधों के आरेाप भी लगा दिए। इससे नाराज होकर सुंदर लाल गांव चले आए। रुपयों के लिए बच्चों को तकादा किया तो सुंदर लाल ने साफ इनकार कर दिया।
पिता की हत्या करने में तीनों संतानों में से किसी का दिल नहीं पसीजा। हत्याकांड में बड़ी बेटी और उसके प्रेमी की अहम भूमिका बताई जा रही है। बेटा भी हत्याकांड में शामिल था। नाबालिग बेटी की बात करें तो उसकी भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। क्योंकि जब पिता के साथ मारपीट हो रही थी तो नाबालिग बेटी भी कमरे में थी। उसने भी एक बार प्रयास नहीं किया कि आवाज देकर लोगों को मदद को बुलाया जाए।
सूत्रों के मुताबिक बड़ी बेटी डिंपल के मुताबिक ड्यूटी के दौरान से पिता उनका ध्यान नहीं रखते थे। उन्होंने स्वयं अपने खर्च उठाने पड़ रहे थे। रिटायरमेंट के बाद पिता का व्यवहार और बदल गया। एक बार बच्चों ने पिता से रुपये देने को कहा तो पिता ने यह कहकर इनकार कर दिया कि रुपयों पर उनका नहीं किसी और का अधिकार है। इससे उन्हें शक हुआ कहीं न कहीं पिता के अवैध संबंध हैं।
मृतक सुंदर लाल का हत्यारोपी बेटा पढ़ाई में ठीक-ठाक था। एमएससी की डिग्री के बाद वह नौकरी की तलाश में था। अपना खर्च उठाने के लिए वह देहरादून के ही एक जिम में ट्रेनिंग देने का काम करता था। बताया जा रहा है कि इससे उसके खर्च पूरे नहीं हो पा रहे थे। इसी वजह से वह बार-बार पिता से रुपयों की डिमांड करता रहता था। यही वजह रही कि उसे बड़ी बहन के साथ मिलकर पिता की हत्या कर दी।